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आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे आठ लेन का बनेगा : कैबिनेट की मंजूरी, यूपीडा को मिला काम, 1939 करोड़ रुपये खर्च होंगे

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Dec 03, 2024 10:48

यूपीडा के नोडल अधिकारी राजेश पांडेय ने इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे का नवीनीकरण...

Lucknow News : यूपी की शान आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे आठ लेन का बनेगा। इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है और उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। परियोजना पर 1939 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 

यात्री सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता
यूपीडा के नोडल अधिकारी राजेश पांडेय ने इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे का नवीनीकरण किया जाएगा। करोड़ों का बजट खर्च कर उपयोगकर्ताओं के लिए विशेष उपाय किए जाएंगे। एक्सप्रेसवे के नवीनीकरण में यात्री सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। एक्सप्रेसवे को छह लेन से बढ़ाकर आठ लेन किया जाएगा। नवीनीकृत एक्सप्रेसवे यात्रियों के लिए सुरक्षा और सुविधा का पर्याय बनेगा। स्पीड नियंत्रण, स्वचालित चालान, ईवी चार्जिंग स्टेशन जैसी सुविधाएं इसकी विशेषताएं होंगी।

अब तक क्या हुआ
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने पिछले दिनों  29 नवंबर को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे का व्यापक निरीक्षण किया। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने पहले ही 65 किलोमीटर के एक्सप्रेसवे का निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट शासन को भेज दी थी। इस रिपोर्ट में हादसे वाले स्थलों की पहचान की गई है। राज्य सरकार ने इस महत्वपूर्ण परियोजना को मंजूरी दे दी है।  इसमें सुरक्षा सुधार के लिए विशेष उपाय किए जाएंगे। दावा किया जा रहा है कि 1939 करोड़ रुपये के इस निवेश से न केवल सड़क की गुणवत्ता सुधरेगी बल्कि यात्रियों की सुरक्षा भी बढ़ेगी। 

अभी ऐसा है हाल
एक्सप्रेसवे पर ओवरलोड वाहनों के कारण एक लेन पहले ही क्षतिग्रस्त हो चुकी है। रखरखाव कंपनी आरजीबीएल इसकी मरम्मत कर रही है, लेकिन बार-बार डंपरों के आवागमन से स्थिति पहले जैसी हो जाती है। इन खांचों में छोटे वाहन अक्सर फंसकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। हर बार हादसों के बाद इस एक्सप्रेसवे की मेंटीनेंस को लेकर सवाल उठते हैं। 

ये काम भी होंगे 
सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। एक्सप्रेसवे पर स्पीड गवर्नर लगाए जाएंगे जिससे वाहनों की गति नियंत्रित हो सकेगी। स्पीड लेजर गन की मदद से ओवरस्पीड वाहनों का स्वचालित चालान किया जाएगा। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किए जाएंगे। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ईवी चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे। भारी वाहनों की लेन को पुनः बनाया जाएगा। सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कैमरे भी लगाए जाएंगे। 

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की खास बातें
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 302 किलोमीटर है। 21 नवंबर 2016 को शुरू हुआ यह एक्सप्रेसवे फिलहाल 6 लेन चौड़ा है। यह आगरा और लखनऊ के अलावा शिकोहाबाद, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावाए कानपुर, उन्नाव, हरदोई जैसे कई शहरों को जोड़ता है। इस पर 10 जिलों के 231 गांवों से होकर गुजरता है। इस पर कुल 13 बड़े और 54 छोटे पुलों के अलावा 4 रेलवे ओवर ब्रिज भी बनाए गए हैं। 

यूपी में चार नए एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन 
उत्तर प्रदेश में वर्तमान में चार एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन हैं जिनका निर्माण अगले साल तक पूरा होने की उम्मीद है। ये एक्सप्रेसवे हैं - चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे और गाजीपुर से बलिया लिंक एक्सप्रेसवे। इनके बनने के बाद देश के एक्सप्रेसवे में यूपी की हिस्सेदारी 40 फीसदी से बढ़कर 50 फीसदी हो जाएगी। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश देश के सबसे अधिक एक्सप्रेसवे वाले राज्यों में से एक बन जाएगा। एक्सप्रेसवे के विकास के साथ रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। निर्माण कार्य में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। आसपास के क्षेत्रों में व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिलेगा। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच संपर्क बेहतर होगा। परिवहन लागत में कमी आएगी और माल ढुलाई अधिक सुगम होगी।

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