मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले इसी मोहर्रम के समय में सड़कें खाली हो जाती थी, सुनी हो जाती थी। आज मोहर्रम आयोजित हो रहा है इसका पता भी नहीं लग रहा है। उन्होंने कहा की ताजिया के नाम पर घर तोड़े जाते थे, पीपल के पेड़ काटे जाते थे, सड़कों के तार हटाए जाते थे, आज कहा जाता है कि किसी गरीब की झोपड़ी नहीं हटेगी।