UP News : कस्टडी में मौत पर पुलिस कर्मियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई, डीजीपी बोले-आरोपियों के प्रति बदलें रवैया

UPT | उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार

Jul 18, 2024 21:27

थानों में पूछताछ के दौरान मनोवैज्ञानिक तरीकों का उपयोग किया जाए ताकि जानकारी प्राप्त की जा सके। डीजीपी ने स्पष्ट किया कि पुलिस हिरासत में मौत नहीं होनी चाहिए और ऐसी किसी भी घटना की शिकायत मिलने पर संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी

Lucknow News : उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने पुलिस हिरासत में होने वाली मौतों और प्रताड़ना की घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सभी जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिदेशक, पुलिस उप महानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक को इन निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा है।

मनोवैज्ञानिक तरीकों से हो पूछताछ
डीजीपी प्रशांत कुमार ने प्रदेश की पुलिस से आरोपियों के प्रति अपना रवैया बदलने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि थानों में पूछताछ के दौरान मनोवैज्ञानिक तरीकों का उपयोग किया जाए ताकि जानकारी प्राप्त की जा सके। डीजीपी ने स्पष्ट किया कि पुलिस हिरासत में मौत नहीं होनी चाहिए और ऐसी किसी भी घटना की शिकायत मिलने पर संबंधित पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बीमार आरोपियों को थाना पर न लाए 
गंभीर रूप से बीमार आरोपियों को थाने पर लाने से बचने के निर्देश भी दिए गए हैं। डीजीपी ने कहा कि किसी भी आरोपी को थाने पर लाने से पहले उसकी मेडिकल जांच जरूर करा ली जाए। गंभीर रूप से बीमार आरोपी को थाने न लाया जाए और यदि लाना आवश्यक हो तो उसकी चिकित्सा संबंधी आवश्यकताएं तुरंत पूरी की जाएं।

मानवाधिकार का रखे ध्यान 
पूछताछ के दौरान मानव अधिकारों का पालन सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया है। डीजीपी ने कहा कि पूछताछ मनोवैज्ञानिक तरीकों से की जाए और इस प्रक्रिया में जिम्मेदार अधिकारी मौजूद रहें। पूछताछ की पूरी प्रक्रिया का विवरण रजिस्टर में दर्ज किया जाए और आरोपी का स्वास्थ्य बिगड़ने पर उसे तुरंत अस्पताल ले जाया जाए। इस प्रक्रिया की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई जाए और पुलिस हिरासत में हुई मौतों की घटनाओं की एफआईआर की सूचना 24 घंटे के भीतर मानव अधिकार आयोग को भेज दी जाए।

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