लौट रहा हॉकी का पुराना वैभव : सीएम योगी बोले- खेल पॉलिसी से प्रतिभावान खिलाड़ियों को मिला मंच

UPT | प्रथम हॉकी इंडिया जूनियर मेन इंटर-जोन चैंपियनशिप-2024

Sep 01, 2024 22:33

भारतीय हॉकी ने अपनी खेल प्रतिभा के साथ विश्व में अपनी पहचान बनाई है और अब फिर से अपने पुराने गौरव को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। यूपी ने कई महान अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ियों को जन्म दिया है, जिनमें से मेजर ध्यानचंद का नाम प्रत्येक भारतीय के दिल में बसता है।

Lucknow News : राजधानी में आयोजित प्रथम हॉकी इंडिया जूनियर मेन इंटर-जोन चैंपियनशिप-2024 के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा,भारतीय हॉकी ने अपनी खेल प्रतिभा के साथ विश्व में अपनी पहचान बनाई है और अब फिर से अपने पुराने गौरव को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। यूपी ने कई महान अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ियों को जन्म दिया है, जिनमें से मेजर ध्यानचंद का नाम प्रत्येक भारतीय के दिल में बसता है। इसके अलावा, केडी सिंह बाबू, मो शाहिद, रविंद्र पाल, सैयद अली जैसे दिग्गजों ने भी भारतीय हॉकी को समृद्ध किया है। इन सभी खिलाड़ियों ने ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियाड और वर्ल्ड चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व कर भारत को गर्वान्वित किया है।
हॉकी खिलाड़ियों को मिला मंच 
हॉकी इंडिया जूनियर मेन इंटर जोन चैंपियनशिप के माध्यम से उभरते हुए जूनियर हॉकी खिलाड़ियों को एक मंच मिल रहा है, जो उन्हें भविष्य के ओलंपिक, अंतरराष्ट्रीय, एशियाड और कॉमनवेल्थ खेलों के लिए तैयार करेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस चैंपियनशिप के उद्घाटन के दौरान प्रदेश की खेल नीति की प्रशंसा की, जिससे राज्य के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन और आवश्यक सुविधाएं मिल रही हैं। सीएम योगी ने इस अवसर पर बताया कि यह चैंपियनशिप छह टीमों के बीच एक सप्ताह तक चलेगी, जो खिलाड़ियों के लिए एक नया अनुभव और अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि पहले खेल सुविधाओं की कमी के कारण राष्ट्रीय खेल को उतनी तवज्जो नहीं मिल पाती थी, जितनी मिलनी चाहिए थी, लेकिन अब खेलों को बढ़ावा देने के लिए नए जोश और विश्वास के साथ कदम उठाए जा रहे हैं।

खेलों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दशक में खेलों के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इस पहल के कारण खेलों के प्रति लोगों का दृष्टिकोण सकारात्मक हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार की खेल नीति के तहत ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियाड, और वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी में स्थान देने का प्रावधान है।

पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना
प्रदेश में खेलों के विकास के लिए 825 विकासखंडों में मिनी स्टेडियम और हर जिले में खेल स्टेडियम बनाने का काम चल रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में नियुक्त किया है और यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के हजारों गांवों में खेल के मैदान बनाए जा चुके हैं और युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को 65 हजार से अधिक स्पोर्ट्स किट्स उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि प्रदेश में हॉकी के विकास के लिए मेजर ध्यानचंद के नाम पर पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की जा रही है और केडी सिंह बाबू के स्मारक और म्यूजियम बनाने की भी तैयारी चल रही है। इस अवसर पर इंडिया हॉकी के महासचिव भोला नाथ सिंह, अध्यक्ष दिलीप टिर्की और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही।

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