एलडीए का लाल निशान देखकर किसान की सदमे से मौत : मृतक के घर पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को फोन पर लगाई लताड़

UPT | मृतक किसान हिरालाल रावत।

Dec 02, 2024 16:40

काकोरी के कलिया खेड़ा गांव में लखनऊ विकास प्रधिकरण का लाल निशान देखकर किसान हिरालाल रावत की सदमे से मौत हो गई। घटना से घर में चीख पुकार मच गई।

Lucknow News : काकोरी के कलिया खेड़ा गांव में लखनऊ विकास प्रधिकरण का लाल निशान देखकर किसान हिरालाल रावत की सदमे से मौत हो गई। घटना से घर में चीख पुकार मच गई। आक्रोशित परिजनों ने एलडीए अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसकी जानकारी मिलते पर पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर मृतक के घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एलडी के अधिकारियों से फोन पर बात की और कहा कि आबादी क्षेत्र में आने वाले किसी भी मकान को नहीं गिराया जाएगा। गांव के लोगों को बेवजह परेशान करना बंद करें। उन्होंने परिवारजनों को आर्थिक सहायता दिलाने का भी आश्वासन दिया।

मोहान रोड योजना के लिए भूमि अधिग्रहण
एलडीए मोहान रोड योजना के लिए जमीन अधिग्रहण कर रहा है। कलिया खेड़ा गांव के कई मकान अधिग्रहण के दायरे में आ रहे हैं। एलडीए के अधिकारियों ने ध्वस्तीकरण के लिए सभी घरों पर रविवार को लाल निशान लगाए थे। इसमें किसान हीरालाल का भी मकान है। मृतक के बेटे नीरज ने बताया कि पिता को जब घर पर लाल निशान लागए जाने की जानकारी हुई तो वह सदमे मे चले गए। इसी के चलते रात तीन बजे उनकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर कर मृतक का अंतिम संस्कार कराया।



हीरालाल की चार बीघा गेहूं की फसल की नष्ट
एलडीए ने दो दिन पहले कब्जे को लेकर हीरालाल की चार बीघा गेहूं की फसल को नष्ट कर दिया था। किसानों ने जबरन फसल नष्ट करने का आरोप लगाते हुए विरोध किया था। इसके बाद एलडीए टीम और किसानों के बीच झड़प होने लगी। साथ में मौजूद पुलिस बल से भी किसानों की हाथापाई हो गई। इस दौरान कई महिलाओं और किसानों को चोटें आईं। स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इसके बाद  गुस्साए किसान खेतों में धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि एलडीए बिना किसी सूचना के जमीन पर कब्जा करने पहुंची, जबकि उनके मकान और कई स्थानों का सर्वे बाकी था। इसके अलावा किसानों का यह भी आरोप है कि उन्हें अब तक मुआवजा नहीं दिया गया है।

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