हिंदी दिवस : फीचर लेखन में खुशी तिवारी ने मारी बाजी, बाल कवियों ने बांधा समां

UPT | फीचर लेखन में खुशी तिवारी ने मारी बाजी।

Sep 14, 2024 22:21

हिंदी दिवस के अवसर पर शनिवार को राजधानी में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में हिंदी फीचर लेखन प्रतियोगिता हुई। निकुंज गर्ल्स एकेडमी अलीगंज स्थित शिव सहाय सभागार में बाल कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ।

Lucknow News : हिंदी दिवस के अवसर पर शनिवार को राजधानी में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में हिंदी फीचर लेखन प्रतियोगिता हुई। जिसमें छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। फीचर लेखन में प्रथम पुरस्कार खुशी तिवारी, द्वितीय पुरस्कार आरती शुक्ला और तृतीय पुरुस्कार मेहर जमाल ने प्राप्त किया। कार्यक्रम समन्वयक एवं विषय प्रभारी डॉ. रुचिता सूजय चौधरी ने हिंदी भाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिन्दी भारत की एकता की मजबूत कड़ी है। हिंदी को सिर्फ भाषा नहीं कहा जा सकता है ब्लकि यह हमारी संस्कृति का हिस्सा है। यह हम भारतवासियों को एक-दूसरे से जोड़ने का काम करती है। 

हिन्दी हमारी पहचान का मजबूत आधार
प्रतियोगिता के संयोजक डॉ. शचीन्द्रनाथ शेखर ने कहा कि हिन्दी हमारी पहचान का मजबूत आधार है। इसको सिर्फ भाषा के रूप में देखना बहुत ही छोटा दृष्टिकोण होगा।  सह-संयोजक डॉ. काजिम रिजवी ने कहा कि हिन्दी हमारे भावों की अभिव्यक्ति है और हमारी मातृ भाषा है। जिस पर हमें गर्व होना चाहिए। प्रतियोगिता में जज के भूमिका में जनसंचार एवम पत्रकारिता विभाग की शोधार्थी अंजली वर्मा और कोमल केसरवानी रहीं। प्रतियोगिता के दौरान चितवन मिश्रा, मोहसिन हैदर सहित सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

कवि सम्मेलन में 70 बाल कवियों ने लिया हिस्सा
हिन्दी दिवस पर बाल निकुंज गर्ल्स एकेडमी अलीगंज स्थित शिव सहाय सभागार में बाल कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में बाल निकुंज की सभी शाखाओं से प्राइमरी, जूनियर और सीनियर वर्ग से 70 बाल कवियों ने भाग लिया। बाल कवियों ने हिंदी भाषा के महत्व व अनिवार्यता पर एक से बढ़कर एक वीर रस के साथ काव्य पाठ प्रस्तुत किया। 

बाल कवियों ने बांधा समां
बाल कवि सम्मेलन में कक्षा पांच के दर्पण पांडे ने काव्य पाठ करते हुए कहा कि मैं भारत मां के मस्तक पर सबसे चमकीली बिंदी हूं, मैं सब की जानी पहचानी भारत भाषा हिंदी हूं। वहीं इंग्लिश स्कूल से कक्षा पांच की साक्षी मिश्रा ने कहा कि हिंदुस्तान की बहार है हिंदी, ब्रह्मा के कमंडल की धार है हिंदी। जन-जन की भाषा है हिंदी, भारत की आशा है हिंदी। हिंदुस्तान की आत्मा है हिंदी, भारत का अभिमान है हिंदी।। सीनियर ग्रुप के बच्चों ने भी वीर रस में डूबी एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। कॉलेज प्रबंध निदेशक एच एन जायसवाल ने समापन पर उत्कृष्ट काव्य पाठ करने बाल कवियों को सम्मानित किया। 

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