सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गृहमंत्री अमित शाह के बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर पर दिए बयान पर तीखा हमला...
Lucknow News : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गृहमंत्री अमित शाह के बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर पर दिए बयान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जिनका मन ‘विद्वेष’ से भरा है, वे देश नहीं चला सकते। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह केवल बाबासाहेब का अपमान नहीं, बल्कि उनके द्वारा रचित संविधान का भी अपमान है।
अमित शाह ने यह दिया था बयान
दरअसल संसद में गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए बाबा साहेब आंबेडकर का नाम लेकर एक बयान दिया था, जो अब विवाद का कारण बन गया है। शाह ने कहा था, "अब एक फैशन हो गया है आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर...इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।" इस बयान को विपक्ष ने आंबेडकर का अपमान करार दिया है और गृहमंत्री से माफी की मांग की है।
आंबेडकर का ही नहीं संविधान का भी किया अपमान
इस बयान के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "जिनका मन ‘विद्वेष’ से भरा है, वे ‘देश’ क्या चलाएंगे। आज जो हुआ वह सिर्फ बाबासाहेब का ही नहीं, उनके द्वारा दिए गए संविधान का भी अपमान है। यह भाजपा की नकारात्मक मानसिकता का एक और चरम बिंदु है। देश ने अब जान लिया है कि भाजपाइयों के मन में बाबासाहेब के प्रति कितनी कटुता भरी हुई है।" इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा वाले बाबासाहेब के द्वारा बनाए गए संविधान को अपना सबसे बड़ा विरोधी मानते हैं, क्योंकि संविधान उनके लिए एक रक्षात्मक ढाल के रूप में खड़ा है, जो उनके शोषण की मानसिकता को असफल करता है। अखिलेश ने इसे "घोर निंदनीय" और "आपत्तिजनक" बताया और जनता से भाजपा के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया।
विपक्षी दलों ने अमित शाह के बयान को बताया अपमानजनक
सपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि भाजपा के नेताओं की कटुता और उनके गलत इरादों के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है और यह देश के लिए चिंताजनक है। अमित शाह ने अपने भाषण में आंबेडकर का नाम लेते हुए टिप्पणी की थी, जिसे बाद में विपक्षी दलों ने असंवेदनशील और अपमानजनक करार दिया।