पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि बुधवार की घटना के बाद गुरुवार को भी पुलिस के रवैये में कोई बदलाव नहीं दिखा। लोकतांत्रिक तरीके से हो रहे विरोध प्रदर्शन को भी दबाने की कोशिश की गई। इसके बाद भी युवा कार्यकर्ता नहीं डरे और उन्होंने पुलिस के प्रयास पर पानी फेरकर पुतला दहन कर विरोध दर्ज कराया।