UPPCL : टीओडी से रात में महंगी बिजली का झटका देने की तैयारी, उपभोक्ता परिषद बोला- नहीं लागू होने देंगे प्रस्ताव

UPT | UPPCL

Jan 22, 2025 13:36

आम उपभोक्ता दिनभर की कड़ी मशक्कत और भागदौड़ के बाद रात सुकून से घर पर गुुजारना चाहता है। लेकिन, अब यही रात उस पर भारी पड़ने जा रही है। अधिकारियों ने नई टैरिफ व्यवस्था के नाम पर टाइम ऑफ डे यानी टीओडी के जरिए दिन और रात की बिजली दरों को अलग-अलग करने का निर्णय किया है।

Lucknow News : उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) उपभोक्ताओं को एक के बाद एक झटका देने की तैयारी में जुट गया है। एक तरफ दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (DVVNL) और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PuVVNL) के निजीकरण की लड़ाई के खिलाफ प्रदेशभर में अभियंता और कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। पीपीपी मॉडल को कर्मचारियों और उपभोक्ताओं के बजाय सिर्फ निजी कंपनियों के लिए फायदेमंद बताया जा रहा है, तो दूसरी ओर बिजली दर को लेकर उपभोक्ताओं की कमर तोड़ने की तैयारी है।

इतनी महंगी हो जाएगी बिजली
आम उपभोक्ता दिनभर की कड़ी मशक्कत और भागदौड़ के बाद रात सुकून से घर पर गुुजारना चाहता है। लेकिन, अब यही रात उस पर भारी पड़ने जा रही है। अधिकारियों ने नई टैरिफ व्यवस्था के नाम पर टाइम ऑफ डे यानी टीओडी के जरिए दिन और रात की बिजली दरों को अलग-अलग करने का निर्णय किया है। इसके तहत दिन की अपेक्षा रात में बिजली दर महंगी होगी। यानी अपने ही घर पर रात गुजारना अब महंगा होगा। अप्रैल 2025 से नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी है, जिसे लेकर विरोध शुरू हो गया है। प्रदेश में टीओडी के नाम पर बिजली उपभोक्ताओं को झटका देने के लिए मल्टी ईयर टैरिफ रेगुलेशन 2025 के मसौदे में इस प्रस्ताव को शामिल किया गया है। इससे घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली बिल में करीब 10 से 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है।

अभी यहां लागू है टीओडी टैरिफ व्यवस्था
टीओडी टैरिफ फिलहाल केवल लघु एवं भारी उद्योगों पर लागू है। केंद्र सरकार ने बिजली (ग्राहकों के अधिकार) नियम, 2020 में संशोधन कर इसे सभी श्रेणियों के उपभोक्ताओं के लिए अनिवार्य बनाने की बात कही थी। अब इसे 1 अप्रैल 2025 से सभी उपभोक्ताओं पर लागू करने की योजना बनाई जा रही है।

रात में बिजली का अधिक इस्तेमाल होगा महंगा
आमतौर पर घरेलू उपभोक्ता रात के समय अधिक बिजली का उपयोग करते हैं, क्योंकि परिवार के सभी सदस्य इस समय घर पर मौजूद होते हैं। रात 10 बजे से 11:30 बजे के बीच बिजली की सबसे अधिक खपत होती है। टीओडी टैरिफ लागू होने के बाद, रात के समय बिजली की दरें अधिक होंगी। इससे उपभोक्ताओं के लिए रात में बिजली का उपयोग महंगा हो सकता है, जिससे उनका बिजली बिल बढ़ जाएगा।

2023 में उपभोक्ता परिषद के विरोध के कारा नहीं हो पाया लागू
2023 में भी टीओडी टैरिफ लागू करने का प्रयास किया गया था। लेकिन उपभोक्ता परिषद ने इसका कड़ा विरोध किया और अदालत जाने की चेतावनी दी। परिणामस्वरूप, यह प्रस्ताव स्थगित कर दिया गया। इस बार ऊर्जा विभाग ने मल्टी ईयर टैरिफ रेगुलेशन 2025 के तहत इसे फिर से लागू करने का प्रस्ताव दिया है। विभाग का मानना है कि यह व्यवस्था उपभोक्ताओं के लिए लाभकारी हो सकती है।

उपभोक्ता परिषद ने किया विरोध
उपभोक्ता परिषद ने इस योजना का कड़ा विरोध किया है। संगठन के अध्यक्ष  के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा का कहना है कि टीओडी टैरिफ को किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने दिया जाएगा। इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी। दरअसल रात में दरें अधिक होने से घरेलू उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक भार पड़ेगा। यह व्यवस्था ग्रामीण और निम्न आय वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकती है। उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने बुधवार को कहा कि जिस व्यवस्था में उपभोक्ताओं को फायदा होगा उसी व्यवस्था को हम लागू होने देंगे, अन्यथा संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसा प्रस्ताव नहीं लागू होने दिया जाएगा, जिससे प्रदेश के घरेलू व गरीब विद्युत उपभोक्ताओं को नुकसान हो।

गले नहीं उतर रहा ऊर्जा विभाग का तर्क 
ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि टीओडी टैरिफ उपभोक्ताओं को खपत प्रबंधन करने में मदद करेगा। यदि उपभोक्ता पीक आवर्स (रात का समय) में बिजली का उपयोग कम करेंगे, तो उनका बिल 20 प्रतिशत तक कम हो सकता है। हालांकि बड़ा सवाल है कि रात में जब बिजली की सबसे ज्यादा जरूरत होती है और पूरा परिवार घर पर ही होता है, तो ऐसे में इस दौरान पीक आवर्स में बिजली का इस्तेमाल कैसे कम किया जा सकता है। ऊर्जा विभाग की दलील उपभोक्ताओं के गले नहीं उतर रही है।

बिजली की रिकॉर्ड खपत और आपूर्ति
आंकड़ों पर नजर डालें तो प्रदेश में 18 जून की रात 10 से 11 बजे के बीच 35 मिनट तक 30,618 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की गई, जो अब तक की सबसे अधिक आपूर्ति है। इस दिन की कुल खपत 65.35 करोड़ यूनिट थी। यह दिखाता है कि रात के समय बिजली की खपत में तेजी से वृद्धि होती है।

किसानों को मिलेगी छूट
कहा जा रहा है कि टीओडी टैरिफ लागू होने के बावजूद, किसानों को इस नई व्यवस्था से अलग रखा जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि कृषि कार्यों पर इसका नकारात्मक प्रभाव न पड़े। हालांकि किसान पहले से ही सब्सिडी वाले बिजली टैरिफ पर निर्भर हैं। इसलिए उन्हें इस नई प्रणाली से बाहर रखा गया है।

Also Read