पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द : अखिलेश यादव ने बोला योगी सरकार पर हमला, कहा- 'अब कैसे मान लिया?'

UPT | अखिलेश यादव ने बोला योगी सरकार पर हमला

Feb 24, 2024 18:15

उत्तर प्रदेश में आरक्षी नागरिक पुलिस भर्ती की परीक्षा 17 और 18 फरवरी को आयोजित की गई थी। पेपर लीक के आरोपों के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई है। इसे लेकर अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है।

Short Highlights
  • यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द
  • अखिलेश यादव ने साधा निशाना
  • 17-18 फरवरी को आयोजित हुई थी परीक्षा
Lucknow News : उत्तर प्रदेश में आरक्षी पुलिस भर्ती की परीक्षा रद्द कर दी गई है। पेपर लीक के तमाम आरोपों और अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के बाद यूपी सरकार ने भर्ती परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है। अब इस पूरे मसले को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी यूपी सरकार पर निशाना साधा है।

मिले हुए थे अधिकारी और अपराधी?
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- 'यूपी पुलिस आरक्षी परीक्षा का निरस्त होना युवाओं की जीत है और भाजपा सरकार के प्रपंचों की हार। पहले तो भाजपाई कह रहे थे पेपर लीक ही नहीं हुए तो अब कैसे मान लिया। इसका मतलब अधिकारी और अपराधी मिले हुए थे और सरकार भी पीछे से अपना हाथ उनके सिर पर रखे हुई थी। लेकिन तमाम सबूतों के आगे चुनाव में ऐतिहासिक हार से बचने के लिए सरकार झुकने पर मजबूर हुई है।'

'नौकरियों के नाम पर चल रहा खेल'
अखिलेश ने आगे लिखा- 'भाजपा सरकार नौकरियों के नाम पर जो खेल बेरोज़गार युवक-युवतियों से खेल रही है, उसका सच अब सब समझने लगे हैं। दिखावे के लिए नौकरियाँ निकालना, अरबों रुपये की फीस ले लेना, पेपर लीक होने देना फिर निरस्त करने का नाटक करना… ये खेल भाजपा को इस बार बहुत महँगा पड़ेगा। इस बार युवाओं ने ठान लिया है कि न बहकावे में आएंगे न किसी भाजपाई झांसे में। युवा अगले हर चुनाव में भाजपा को बुरी तरह हराएंगे और हमेशा के लिए हटाएंगे।'

'फीस का पैसा चुनावी फंड न बन जाए'
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'युवा कह रहे हैं कि फीस के नाम पर जो पैसा लिया गया है कहीं वो भाजपा का चुनावी फंड न बन जाए, इसीलिए अभ्यर्थियों का फार्म ज़मा रहे लेकिन भाजपा सरकार फीस का पैसा अभी लौटाए और जब कभी दुबारा परीक्षा हो तो ऑन लाइन डिजिटल पेमेंट से तुरंत फिर से फीस ले ले।'

एसटीएफ करेगी मामले की जांच
उत्तर प्रदेश आरक्षी भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के तमाम आरोपों के बाद पहले तो भर्ती बोर्ड ने अभ्यर्थियों से इसके सबूत देने को कहा। इसके बाद लखनऊ में हजारों की संख्या में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन भी किए। अब मामले की जांच एसटीएफ को थमा दी गई है। शासन की तरफ से भर्ती बोर्ड को यह निर्देश दिए गए हैं कि इस मामले में जिसकी तरफ से भी लापरवाही बरती गई है, उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही 6 महीने के भीतर दोबारा परीक्षा करवाने का भी आदेश जारी किया गया है।

17 और 18 फरवरी को आयोजित हुई थी परीक्षा
उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती के लिए 17 और 18 फरवरी को पूरे राज्य में परीक्षा आयोजित की गई थी। कड़ी सुरक्षा और पुलिस का सख्त पहरा। इतना ही नहीं, लगातार छापेमारी और धरपकड़ की कार्रवाई से पुलिस ने कई जालसाजों को गिरफ्तार भी किया। लेकिन शुचितापूर्ण और पारदर्शी परीक्षा कराए जाने के तमाम दावों के बीच सोशल मीडिया पर पेपर लीक की बात फैल गई। अभ्यर्थियों ने एक के बाद एक कई सबूत सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भर्ती परीक्षा के लीकप्रूफ होने के दावे पर सवाल खड़े किए। जिसके बाद अब परीक्षा रद्द कर दी गई है।

Also Read