नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट : मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, दिसंबर तक कॉमर्शियल ऑपरेशन शुरू करने का लक्ष्य

UPT | दुर्गा शंकर मिश्र नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की साइट पर

Jun 28, 2024 17:43

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की साइट का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान एयरपोर्ट के विकासकर्ता ज़्यूरिक एयरपोर्ट की एसपीवी और यमुना इंटरनेशनल ...

Greater Noida News : उत्तर प्रदेश के विकास में एक नया अध्याय जोड़ने की तैयारी चल रही है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे जेवर एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है, के निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की प्रगति का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने शुक्रवार को स्थल का निरीक्षण किया।

महत्वपूर्ण संरचना अगस्त तक सौंपी जाएगी
निरीक्षण के दौरान, एयरपोर्ट डेवलपर ज्यूरिख एयरपोर्ट की एसपीवी और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) ने मुख्य सचिव को परियोजना की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया। वाईआईएपीएल ने बताया कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) भवन का निर्माण कार्य ईपीसी ठेकेदार टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। यह महत्वपूर्ण संरचना अगस्त तक एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) को सौंप दी जाएगी, ताकि एटीसी उपकरण लगाए जा सकें।

रनवे और एप्रन पर इलेक्ट्रिक लाइट्स का कार्य प्रगति पर है। साथ ही, रनवे के पास नेविगेशन इक्विपमेंट, ग्लाइड पाथ एंटेना और लोकलाइज़र जैसे महत्वपूर्ण उपकरण स्थापित किए जा चुके हैं। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि एएआई द्वारा लगाए जाने वाले सभी उपकरणों का कार्य सितंबर तक पूर्ण किया जाए।

37 मिलियन सेफ वर्क ऑवर पूरे
टर्मिनल बिल्डिंग के निरीक्षण के दौरान कंसेशनयर ने बताया कि वर्तमान में फसाड और रूफ का कार्य चल रहा है। पियर पर फिनिशिंग का काम शुरू हो चुका है और ऑटोमेटेड बैगेज हैंडलिंग सिस्टम की स्थापना भी प्रगति पर है। गौरतलब है कि अब तक 37 मिलियन सेफ वर्क ऑवर का कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया जा चुका है, जो परियोजना की सुरक्षा और गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

एयरपोर्ट का विकास कार्य सितंबर तक पूरा किया जाए
मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिए कि एयरपोर्ट का विकास कार्य निर्धारित समय-सीमा के अनुसार सितंबर 2024 तक पूर्ण किया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी परिस्थिति में दिसंबर तक एयरपोर्ट का कॉमर्शियल ऑपरेशन शुरू हो जाना चाहिए।

निरीक्षण के बाद हुई समीक्षा बैठक में जेवर एयरपोर्ट से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। इसमें सीआईएसएफ, सीएनएसएटीएम, सुरक्षा और डीजीसीए से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। मुख्य सचिव ने कंसेशनयर को निर्देश दिए कि वे सभी विभागों की आवश्यकताओं और प्रचलित नियमों के अनुसार कार्य करें तथा किसी भी समस्या का समाधान सितंबर तक करें।

15 जुलाई तक कैचअप प्लान होगा
परियोजना को गति देने के लिए, मुख्य सचिव ने कंसेशनयर को टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के साथ बैठक कर 15 जुलाई तक एक विस्तृत कैचअप प्लान प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर का कार्य प्राथमिकता से पूरा करने पर भी जोर दिया।

ये अफसर मौजूद रहे
इस महत्वपूर्ण निरीक्षण में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह, जिलाधिकारी मनीष वर्मा, NIAL के नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया, YIAPL की सीईओ क्रिस्टोफ सैल्मन, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन, केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी और प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण उत्तर प्रदेश के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा। यह न केवल क्षेत्र में हवाई संपर्क को बढ़ावा देगा, बल्कि रोजगार सृजन और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। राज्य सरकार इस परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि उत्तर प्रदेश की प्रगति को नई ऊंचाइयों तक ले जाया जा सके।

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