Weather News: जुलाई के पहले सप्ताह में झमाझम बारिश, अलनीनो की गिरफ्त में पूरा उप्र

UPT | Meerut weather

Jun 19, 2024 08:56

मेरठ और आसपास के जिलों में मानसून 25 जून के आसपास आने की संभावना बन रही थी। लेकिन इसकी रफ्तार धीमी होने केे कारण अब मानसून जुलाई के पहले सप्ताह में दस्तक देगा। जिस साल अलनीनो का असर होता है उस साल भारत में गर्मी अधिक पड़ती है

Short Highlights
  • समुद्र तट और आकाश गंगा से मिले मानसून के शुभ संकेत
  • अलनीनो के प्रभाव से बढ़ रहा तापमान और पड़ रही भीषण गर्मी
  • जुलाई के पहले सप्ताह में मानसून देगा दस्तक, होगी तेज बारिश 
     
Meerut Weather News: मेरठ में भीषण गर्मी के बीच लोगों के लिए राहत की खबर है। भीषण गर्मी पर अलनीनो का असर पड़ेगा। जिसके चलते जुलाई के पहले सप्ताह में अच्छी बारिश के संकेत मिल रहे हैं। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एन सुभाष ने बताया कि समुद्र तट और आकाश गंगा से मानसून के शुभ संकेत मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार अलनीनो के कारण भीषण गर्मी और लू का प्रकोप लोगों को झेलना पड़ रहा है।

यहीं अलनीनो प्रभाव अच्छे मानसून का संकेत भी बन रहा है
अब यहीं अलनीनो प्रभाव अच्छे मानसून का संकेत भी बन रहा है। बीते दिनों आई आंधी ने अलनीनो के आगमन की ओर इशारा किया है। मेरठ और आसपास के जिलों में मानसून 25 जून के आसपास आने की संभावना बन रही थी। लेकिन इसकी रफ्तार धीमी होने केे कारण अब मानसून जुलाई के पहले सप्ताह में दस्तक देगा। जिस साल अलनीनो का असर होता है उस साल भारत में गर्मी अधिक पड़ती है और तापमान समान्य से काफी अधिक पहुंच जाता है। अलनीनो के असर के कारण ही मेरठ और पूरे पश्चिम उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है। इसके चलते मौसम बदल रहा है। कई बार आंधी भी आई है। 

जानिए क्या अलनीनो 
मौसम वैज्ञानिक डॉ. एन सुभाष के अनुसार अल नीनो का स्पेनिश भाषा में मतलब छोटा बच्चा होता है। वैज्ञानिक अर्थ में अल नीनो प्रशांत महासागर के भूमध्यीय क्षेत्र को उस समुद्री घटना का नाम है जो दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित इक्वाडोर और पेरू देशों के तटीय समुद्री जल में कुल सालों के अंतराल पर घटित होती है। इससे समुद्र के सतही जल का तापमान समान्य से अधिक हो जाता है।

भारतीय भू भाग में आंधी और तूफान की संभावना अधिक
अल नीनो के रहने से भारतीय भू भाग में आंधी और तूफान की संभावना अधिक बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि समुद्र के तापमान में बढ़ोत्तरी होने से अल नीनो बनता है। इस समय पेरू के समुद्र में अल नीनो का प्रभाव है। इसलिए इस बार गर्मी अधिक है और मानसून भी सामान्य रहेगा। उन्होंने बताया कि इससे मानसून चक्र प्रभावित होता है। इस कारण बरसात में बारिश और सर्दी का मौसम भी प्रभावित होता है। 

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