उपचुनाव-2024 : मतदाता सूची पर दलों का फोकस, शीर्ष नेतृत्व ले रहा बूथ स्तर पर फीडबैक

UPT | गाजियाबाद सदर सहित प्रदेश की 10 विधानसभा रिक्त सीटों पर उपचुनाव

Sep 04, 2024 00:20

विपक्षी दलों का आरोप है कि सत्ताधारी दल मतदाता सूचियों में गड़बड़ कर सकती है। गाजियाबाद सदर सीट पर सपा के समर्थक मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जाने की आशंका जताई है।

Short Highlights
  • भाजपा, कांग्रेस-सपा और बसपा जुटी मतदाता सूची की खामियां दूर करवाने में
  • अगले माह हो सकते हैं विधानसभा की रिक्त सीट पर उपचुनाव
  • भाजपा और सपा कार्यकर्ता ले रहे बूथ स्तर पर मतदाताओं से फीडबैक
Ghaziabad News : गाजियाबाद सदर सहित प्रदेश की 10 विधानसभा रिक्त सीटों पर उपचुनाव की तैयारी जोर पकड़ रही है। इस बार रिक्त सीटों पर होने वाले उपचुनाव सभी दलों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना है। सत्ताधारी दल भाजपा और कांग्रेस-सपा गठबंधन के बीच उपचुनाव में मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। लेकिन बसपा ने भी इस बार उपचुनाव लड़ने की घोषणा की है। जिसको लेकर उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव का मुकाबला काफी दिलचस्प होगा।

गाजियाबाद की सदर सीट पर भाजपा का कब्जा
गाजियाबाद की सदर सीट पर भाजपा का कब्जा है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस गठबंधन ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी। परिणामस्वरूप 2019 के मुकाबले 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का मत प्रतिशत कम हो गया। गाजियाबाद सदर सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए जहां भाजपा की अपनी तैयारियां जोरों पर हैं।

मजबूती से उपचुनाव लड़ने को अपनी रणनीति बना रहा
वहीं कांग्रेस और सपा गठबंधन भी मजबूती से उपचुनाव लड़ने को अपनी रणनीति बना रहा है। बसपा ने गाजियाबाद सदर सीट से अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। बसपा ने रवि गौतम को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि रवि गौतम को प्रत्याशी बनाए जाने से बसपा में विरोध के सुर उठने लगे हैं।  अभी भाजपा और कांग्रेस—सपा गठबंधन ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। माना जा रहा है कि अगले माह अक्टूबर में विधानसभा उपचुनाव होने की संभावना है।

सपा जता चुकी है मतदाता सूची में गड़बड़ी की आशंका
सपा कई बार आशंका जता चुकी है कि सत्ताधारी दल मतदाता सूचियों में गड़बड़ कर सकती है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस प्रत्याशी डॉली शर्मा ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की शिकायत चुनाव आयोग से की थी। विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस और सपा वोटर लिस्ट पर फोकस कर रही है। इसके लिए बूथ स्तर पर जाकर मतदाताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जा रहा है। जो भी खामियां मिलेंगी, उन्हें बिना देरी किए चुनाव आयोग तक पहुंचाने का फैसला लिया गया है। जिससे कि उपचुनाव से पहले वोटर लिस्ट की कमियों को दुरुस्त करवाया जा सके।

सपा ने बनाई तीन पदाधिकारियों की टीम
विपक्षी दलों का आरोप है कि सत्ताधारी दल मतदाता सूचियों में गड़बड़ कर सकती है। गाजियाबाद सदर सीट पर सपा के समर्थक मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जाने की आशंका जताई है। इसकी शिकायत सपा नेताओं ने अपने शीर्ष नेतृत्व को भेजी थी।

उपचुनाव के प्रति गंभीर सपा नेतृत्व
उपचुनाव के प्रति गंभीर सपा नेतृत्व ने अब सभी जिला व शहर इकाइयों को निर्देश जारी किया है। जिसमें कहा है कि कार्यकर्ता हर बूथ की मतदाता सूची पर विशेष नजर रखें। कहीं समर्थक मतदाताओं के नाम कटे मिलते हैं या किसी क्षेत्र विशेष में फर्जी मतदाता बनाने की शिकायत सामने आती है तो उससे तत्काल प्रदेश सपा मुख्यालय को अवगत कराया जाए। इसके लिए बकायदा तीन पदाधिकारियों की टीम बनाई है। जो ऐसे मामलों को लेकर निर्वाचन आयोग से शिकायत करेगी।

बूथ जीता तो चुनाव जीता के भरोसे भाजपा
लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा ने भी वोटर लिस्ट को लेकर सवाल उठाए थे। भाजपा ने अब विधानसभा उपचुनाव में भी बूथ जीता तो चुनाव जीता मंत्र के भरोसे काम कर रही है। भाजपा कार्यकर्ता गाजियाबाद सदर विधानसभा के सभी बूथों के वोटर लिस्ट की पड़ताल कर रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं को एक —एक मोहल्ले के मतदाता सूची की जिम्मेदारी दी गई है। भाजपा मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी ने बताया कि उपचुनाव की पूरी तैयारी है। भाजपा ने 9 हजार नए मतदाता बनवाए हैं। इस बार बूथ पर बीएलओ से भाजपा कार्यकर्ता संपर्क बनाए हुए हैं। भाजपा का फोकस आनलाइन मतदाता बनवाने पर है। उन्होंने बताया कि नए मतदाताओं को मतदाता सूची में जुड़वाने के लिए उनसे आनलाइन फार्म भरवाए जा रहे हैं।

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