स्कूल टिफिन में नॉनवेज विवाद : प्रिसिंपल के खिलाफ लगे आरोप झूठे साबित, कहासुनी के बाद वायरल हुआ था वीडियो

UPT | यह मेटा एआई द्वारा जनरेट की गई सांकेतिक तस्वीर है

Sep 11, 2024 17:15

जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) वीपी सिंह की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय जांच समिति ने प्रधानाचार्य पर लगाए गए आरोपों को निराधार ठहराया है। जांच के दौरान पाया गया कि वायरल वीडियो को संपादित कर पेश किया गया था

Short Highlights
  • प्रिसिंपल के खिलाफ लगे आरोप झूठे
  • कमेटी की जांच में सामने आई बात
  • छुट्टी पर भेजे गए प्रधानाचार्य
Amroha News : अमरोहा जिले में हिल्टन कान्वेंट स्कूल में एक नर्सरी छात्र के टिफिन में नॉनवेज मिलने को लेकर शुरू हुआ विवाद अब थमने का नाम ले रहा है। हाल ही में जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) वीपी सिंह की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय जांच समिति ने प्रधानाचार्य पर लगाए गए आरोपों को निराधार ठहराया है। जांच के दौरान पाया गया कि वायरल वीडियो को संपादित कर पेश किया गया था और प्रधानाचार्य द्वारा किए गए व्यवहार को अनुचित तो माना गया, लेकिन आरोपों में कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला। डीआईओएस ने रिपोर्ट में कहा कि प्रधानाचार्य के खिलाफ कोई गंभीर आरोप सिद्ध नहीं हुए हैं, और वे बस अभिभावकों से आवेश में आकर बात कर रहे थे।

प्रिसिंपल के खिलाफ आरोप गलत
जांच समिति की रिपोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रधानाचार्य ने नर्सरी छात्र को बंधक बनाकर उसके भोजन और धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की थी, जैसा कि वीडियो में दावा किया गया था। इसके बजाय, जांच में सामने आया कि छात्र की मां और प्रधानाचार्य के बीच केवल एक तीखी बहस हुई थी, जिसकी वीडियो को संदर्भ से बाहर जाकर साझा किया गया। जांच में सीसीटीवी फुटेज और स्कूल रजिस्टर का भी विस्तृत परीक्षण किया गया, जिससे प्रधानाचार्य के खिलाफ लगाए गए आरोपों की सत्यता पर सवाल उठे।

छुट्टी पर भेजे गए प्रधानाचार्य
इस घटना के बाद, जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानाचार्य को अवकाश पर भेज दिया है और उनकी भूमिका की पुनरावृत्ति के लिए एक चार सदस्यीय टीम का गठन किया है। स्कूल प्रबंधन ने प्रधानाचार्य के बयान की वीडियो की जांच के लिए एक टीम बनाई है, और यह जांच पूरी होने तक प्रधानाचार्य को छुट्टी पर रखा गया है।

निष्पक्ष जांच नहीं करने का आरोप
वहीं, मामले को लेकर मुस्लिम कमेटी के अध्यक्ष खुर्शीद अनवर ने आरोप लगाया है कि जांच पूरी तरह से निष्पक्ष नहीं थी। उन्होंने कहा कि जांच समिति में अल्पसंख्यक स्कूलों के प्रतिनिधि को शामिल नहीं किया गया, जिससे निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं। अनवर ने मांग की कि प्रधानाचार्य की सेवा को स्थायी रूप से समाप्त किया जाए और मामले की पुन: जांच की जाए।

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