19 साल पहले लापता हुआ था बेटा : जब लौटा तो कर चुका था धर्म परिवर्तन, मां अधिकारियों से लगा रही गुहार

UPT | यह मेटा एआई द्वारा जनरेट की गई सांकेतिक तस्वीर है

Sep 15, 2024 15:38

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुवा थाना क्षेत्र से 2005 में लापता हुए सत्यम राय के धर्मांतरण की खबर ने लोगों को हैरान कर दिया है। सत्यम अब समीर खान बन चुका है।

Short Highlights
  • 19 साल पहले लापता हुआ था बेटा
  • धर्म परिवर्तन कर लौटा था घर
  • मुस्लिम व्यक्ति पर लगे गंभीर आरोप
Rampur News : उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुवा थाना क्षेत्र से 2005 में लापता हुए सत्यम राय के धर्मांतरण की खबर ने लोगों को हैरान कर दिया है। सत्यम अब समीर खान बन चुका है। उसके लापता होने के बाद उसकी मां मंजू ने कई साल तक उसे ढूंढने की कोशिश की और पिलखुवा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। 2017 में जब सत्यम अपने घर लौटा, तो उसने बताया कि उसने धर्म परिवर्तन कर लिया है और अब समीर खान बन गया है। यह जानकर उसकी मां और परिवार को गहरा सदमा लगा। अब इस मामले को लेकर हिंदू संगठनों भी आगे आ गए हैं।

मुस्लिम व्यक्ति पर लगे गंभीर आरोप
पीड़ित मां मंजू ने आरोप लगाया है कि उसके बेटे का धर्म परिवर्तन शाहबाद के निवासी राशिद ने पैसों का प्रलोभन देकर किया। उन्होंने बताया कि उनके बेटे को राशिद ने दिल्ली से शाहबाद लाकर इस्लाम धर्म अपनाने पर मजबूर किया और उसका खतना भी कराया। मां ने इस मामले में शाहबाद थाना में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए राशिद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है और उसे गिरफ्तार करने के लिए तीन टीमें दिल्ली रवाना की गई हैं।

घर जाने को तैयार नहीं सत्यम
सत्यम उर्फ समीर ने अपनी मां से मिलने के बाद भी उनके साथ जाने से मना कर दिया। उसने स्पष्ट किया है कि वह राशिद के घर पर खुश है और यहीं रहना चाहता है। इसके परिणामस्वरूप, हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने सत्यम को उसके धर्म और परिवार के साथ वापस लौटने के लिए समझाने की कोशिश की, लेकिन वह राजी नहीं हुआ।

मामले में एफआईआर दर्ज
इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपी राशिद की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। हालांकि, आरोपी की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है। कोतवाल पंकज पंत ने बताया कि आरोपी की जल्द गिरफ्तारी के लिए पूरी कोशिश की जा रही है। एसपी विद्यासागर मिश्र ने बताया कि आवेदन पत्र के क्रम पर अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है।

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