कांवड़ यात्रा बवाल : चिराग पासवान ने किया नेमप्लेट लगाने का विरोध, कहा- 'मैं बिल्कुल सहमत नहीं हूं'

UPT | कावड़ यात्रा बवाल

Jul 21, 2024 14:55

यूपी में कावड़ यात्रा रूट पर दुकानदारों के नाम लिखने का मामला बढ़ता जा रहा है। कई नेताओं ने इसका विरोध भी किया है। अब केंद्रीय मंत्री और भाजपा की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने इसपर विरोध जताया है...

New Delhi : यूपी में कावड़ यात्रा रूट पर दुकानदारों के नाम लिखने का मामला बढ़ता जा रहा है। कई नेताओं ने इसका विरोध भी किया है। अब केंद्रीय मंत्री और भाजपा की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने इसपर विरोध जताया है। सवान ने स्पष्ट किया कि वे जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव का समर्थन नहीं करेंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे मुजफ्फरनगर पुलिस के आदेश से सहमत हैं, तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, "नहीं, मैं बिल्कुल सहमत नहीं हूं।"

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'गरीबों के लिए काम करना हर सरकार की जिम्मेदारी'
पासवान ने कहा कि 'समाज में अमीर और गरीब दो प्रमुख श्रेणियां हैं। विभिन्न जातियों और धर्मों के लोग इन दोनों श्रेणियों में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि हमें समाज में मौजूद इन दो श्रेणियों के बीच की खाई को भरने की आवश्यकता है।' भाजपा की अन्य सहयोगी पार्टियां, जनता दल (यूनाइटेड) और राष्ट्रीय लोक दल भी इस आदेश का विरोध कर चुकी हैं। पासवान ने कहा कि 'गरीबों के लिए काम करना हर सरकार की जिम्मेदारी है, जिसमें सभी वर्ग जैसे दलित, पिछड़े, ऊंची जातियां और मुस्लिम शामिल हैं। जब भी जाति या धर्म के नाम पर इस तरह का विभेद होता है, तो मैं न तो इसका समर्थन करता हूं और न ही इसे प्रोत्साहित करता हूं। मुझे नहीं लगता कि मेरी उम्र का कोई भी शिक्षित युवा, चाहे वह किसी भी जाति या धर्म से आता हो, ऐसी चीजों से प्रभावित होता है।'



पासवान ने अपने आप को बताया 21वीं सदी का एक शिक्षित युवा
पासवान ने अपने आप को 21वीं सदी का एक शिक्षित युवा बताया, जो जातिवाद और सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने जातिवाद और सांप्रदायिकता को समाज के विकास में बाधक बताते हुए कहा कि ये दोनों तत्व बिहार को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। पासवान ने यह भी कहा कि उनका विरोध जाति या धर्म के आधार पर विभाजन के खिलाफ है और वे ऐसे भेदभाव को न तो समर्थन करते हैं और न ही प्रोत्साहित करते हैं।

इस मामले में गिरिराज सिंह का बयान
गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, "अगर हिंदू नाम इतना प्रिय है, तो हिंदू ही क्यों नहीं बन जाते?" यूपी सरकार ने घोषणा की है कि कांवड़ मार्ग पर हर दुकानदार को अपना नामप्लेट लगाना होगा। विपक्ष और मुस्लिम संगठन इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। सरकार दावा करती है कि इस स्थापना से कांवड़ यात्रा की पवित्रता को बनाए रखा जाएगा। इसके साथ ही यूपी सरकार ने कहा है कि हलाल सर्टिफिकेट वाले प्रोडक्ट बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। 

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यह है मामला

उत्तर प्रदेश में 22 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर योगी सरकार ने एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। इस आदेश के अनुसार, कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित सभी दुकानों के संचालकों या मालिकों को अपनी पहचान स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करनी होगी। यह निर्णय कांवड़ियों की आस्था और शुद्धता को बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है, लेकिन इसने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। जहां विपक्षी दल इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं, वहीं हिंदू संगठनों ने इसका समर्थन किया है।

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