साइबर अपराधियों के निशाने पर आपकी कमाई : देश में लगातार बढ़ रहे मामले, डराने वाले हैं ये आंकड़े....

UPT | भारत में तेजी से बढ़ता साइबर अपराध

Jun 18, 2024 16:45

भारत में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। लोगों को ऑनलाइन ठगने का मामला हो या किसी कंपनी की वेबसाइट हैक...

New Delhi : भारत में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। लोगों को ऑनलाइन ठगने का मामला हो या किसी कंपनी की वेबसाइट हैक करके पैसे ऐंठने का, देश में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। हाल ही में आई एक रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया है। 2024 की शुरुआत में आए आंकड़े डरावने हैं, साइबर अपराध के चलते भारतीय नागरिकों को 1,750 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। साइबर अपराधियों ने धोखाधड़ी, डेटा चोरी, सेक्सटॉर्शन और अन्य हथकंडों के जरिए लोगों की कमाई को निशाना बनाया है। इस साल की शुरुआत में ही रोजाना औसतन 7,000 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए, जो पिछले दो सालों की तुलना में क्रमश: 113.7% और 60.9% ज्यादा हैं। इन अपराधों का खासकर बुजुर्गों और महिलाओं पर गहरा असर पड़ा है और कुछ लोगों ने तो आत्महत्या भी कर ली है।

सायबर क्राइम के देश में बड़े मामले
  • साल 2020 में मुम्बई स्थित मेरीट टैक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से जुड़ा है। इस कंपनी के संचालकों ने अमेरिकी कर अधिकारियों के समक्ष अपने ग्राहकों को बेहतर डेटा विश्लेषिकी सेवाएं देने का दावा किया था। लेकिन वास्तव में कंपनी अवैध रूप से डेटा चुरा रही थी और उनकी गतिविधियों से अमेरिकी सरकार को लगभग 1 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। 
  • इसके साथ ही 2020 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पाया कि पाकिस्तानी आतंकवादी गुट कश्मीरी छात्रों और नागरिकों से नकदी और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से फंड एकत्र कर रहे थे।  
  • 2016 में हैकर्स ने यूनियन बैंक की मुख्यालय प्रणाली में सुरक्षा उल्लंघन किया और 12,000 से अधिक निजी और वाणिज्यिक बैंक खातों से कुल 25 करोड़ रुपये की रकम निकाली। इसके साथ ही हैकर्स ने बैंकॉक बैंक की कंप्यूटर सिस्टम में घुसकर 35 मिलियन अमरीकी डॉलर चुरा लिए थे।
  • 2009 में, यह इंटरनेट पर वीडियो गेम की बड़ी संख्या में प्रतियां बेचने से संबंधित था। कर्नाटक के रामलाभ रायकुमार नामक एक व्यक्ति और उसके 4 अन्य सहयोगियों ने 5 वर्षों में 19.8 मिलियन डॉलर कमाए। 
  • 2017 बॉलीवुड फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली के ईमेल और कंप्यूटर डेटा को एक पाकिस्तानी हैकर समूह ने हैक कर लिया। यहां उन्होंने भंसाली की फिल्म पद्मावती से संबंधित कॉपीराइट सामग्री लीक कर दी। 
  • 2023 में मैरिज ऐप और फेक ट्रेडिंग ऐप बहुत ज्यादा बढ़ गया है 2023 में कुल मिलाकर 10000 एफआईआर सिर्फ इन्वेस्टमेंट स्कैम को लेकर दर्ज हुई है। 
हर साल जारी किए जाते हैं आंकड़े
बता दें कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो हर साल आंकड़े जारी करता है। इसके मुताबिक जनवरी से अप्रैल 2024 के बीच, भारतीय नागरिकों को साइबर क्राइम की वजह से 1,750 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। यह जानकारी गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज 7 लाख 40 हजार से ज्यादा शिकायतों से मिली है 

सेक्सटॉर्शन के नाम पर सबसे ज्यादा धोखाधड़ी
सेक्सटॉर्शन के नाम अनजान नंबरों से भेजे गए एसएमएस, व्हाट्सएप या मेल के जरिए प्राप्त लिंक पर क्लिक करके वे इन शातिरों का शिकार बन रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, यूपी में सबसे अधिक धोखाधड़ी सेक्सटॉर्शन और दोस्ती के नाम पर हुई है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर भी धोखाधड़ी की जा रही है। ऑनलाइन धोखाधड़ी और एटीएम क्लोनिंग के साइबर धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए जा रहे हैं।

मैट्रिमोनियल साइट्स के जरिए भी हुई धोखाधड़ी
इसके अलावा, मैट्रिमोनियल साइट्स के जरिए नाइजीरियाई गिरोह धोखाधड़ी करते हैं। पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। नई सरकारी योजना का लाभ दिलाने के नाम पर कई मामले दर्ज किए गए हैं। नौकरी और पार्ट टाइम जॉब के नाम पर रोजाना लाखों रुपये ठगे जा रहे हैं। 

साइबर ठगी में मथुरा और नोएडा आगे
अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के फर्जी वीडियो से धमकाकर वसूली की जा रही है। ये अपराध अब साइबर ठगी के केंद्र रहे झारखंड के जामताड़ा और नूंह से ज्यादा मथुरा और नोएडा में हो रहे हैं। एआई के जरिए वॉयस क्लोनिंग कर लोगों से ठगी की घटनाओं में भी काफी इजाफा हुआ है।

साइबर फ्रॉड कितना हुआ?
देश में कुल 11.28 लाख साइबर क्राइम के मामले 7,488.6 करोड़ रुपये के थे। सबसे ज्यादा 990.7 करोड़ रुपये महाराष्ट्र में हुए। 759.1 करोड़ रुपये के साथ तेलंगाना दूसरे नंबर पर रहा। जबकि यूपी में 721.1 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई। कर्नाटक में 662.1 करोड़ रुपये और तमिलनाडु में 661.2 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई। इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-IN) के आंकड़ों से पता चलता है कि 2022 में 1,391,457 साइबर सुरक्षा से जुड़ी घटनाएं दर्ज की गईं।

कितने सिम कार्ड हुए ब्लॉक?
लोकसभा में दिए गए जवाब के अनुसार, 'सिटीजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग और मैनेजमेंट सिस्टम' शुरू करने के बाद, 4.7 लाख से ज्यादा शिकायतों में से 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की रकम बचाई गई है। सरकार ने पुलिस द्वारा रिपोर्ट किए गए 3 लाख 20 हजार सिम कार्ड और 49 हजार अंतरराष्ट्रीय मोबाइल उपकरण के IMEI नंबरों की पहचान कर उन्हें बंद कर दिया। इस तरह, नए सिस्टम की मदद से लाखों शिकायतों पर काम किया गया और बहुत सारी रकम बचाई गई। साथ ही, जालसाजों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे सिम और मोबाइल भी बंद कर दिए गए हैं।

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