पेंशनभोगियों के लिए बड़ी राहत : अब घर बैठे जमा करें जीवन प्रमाण पत्र, जानिए कैसे भरे लाइफ सर्टिफिकेट

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Nov 02, 2024 18:58

हर साल पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाण पत्र जमा करना पड़ता है। केंद्र सरकार ने पेंशनभोगियों के लिए एक डिजिटल पहल की शुरुआत की है। अब पेंशनभोगी घर बैठे जीवन प्रमाण...

Short Highlights
  • पेंशन जारी रखने के लिए हर वर्ष जीवन प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य।
  • आधार नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी करना होगा दर्ज।

 

National News : केंद्र सरकार ने पेंशनभोगियों के लिए एक डिजिटल पहल की शुरुआत की है। हर साल पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य होता है। जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे जीवित हैं और उनकी पेंशन बिना किसी रूकावट के जारी रह सके। इस पहल के तहत अब वे घर बैठे ही अपना वार्षिक जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। यह सुविधा विशेष रूप से 80 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ पेंशनभोगियों के लिए वरदान साबित हो रही है।



ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की प्रक्रिया
नई डिजिटल व्यवस्था के तहत, पेंशनभोगियों को भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट jeevanpramaan.gov.in पर जाकर अपना जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा करने की सुविधा मिली है। इस प्रक्रिया में आधार कार्ड और पेंशन खाते की जानकारी की आवश्यकता होती है। विशेष बात यह है कि जिन पेंशनभोगियों का नाम पहले से सिस्टम में दर्ज है, उन्हें बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण की आवश्यकता नहीं होती।

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एप के माध्यम से भी जमा कर सकते है प्रमाण पत्र
मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से भी यह प्रक्रिया पूरी की जा सकती है। जीवन प्रमाण एप डाउनलोड करने के बाद, पेंशनभोगी को अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दर्ज करनी होती है। सुरक्षा के लिए दोहरी ओटीपी प्रणाली का उपयोग किया जाता है, जिसमें एक ओटीपी मोबाइल पर और दूसरा ईमेल पर भेजा जाता है। नई तकनीक का लाभ उठाते हुए एप में फेस वेरिफिकेशन की सुविधा भी दी गई है। इस प्रक्रिया में पेंशनभोगी का चेहरा स्कैन किया जाता है जिससे उनकी पहचान की जाती है। प्रक्रिया पूरी होने पर एक विशिष्ट आईडी और पीपीओ नंबर के साथ सबमिशन का प्रमाण मिल जाता है।

पेंशनभोगियों के लिए महत्वपूर्ण नियम
भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी पेंशनभोगियों को अपनी पेंशन जारी रखने के लिए हर वर्ष जीवन प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य है। इस प्रक्रिया को हर साल नवंबर से पहले पूरा करना होता है, ताकि पेंशन में किसी तरह का अवरोध न आए। यदि पेंशनभोगी समय पर जीवन प्रमाण पत्र जमा नहीं करते, तो उनकी पेंशन रोक दी जाती है।

डिजिटल प्रणाली के फायदे
सरकार द्वारा पेश की गई यह डिजिटल प्रणाली विशेष रूप से बुजुर्ग पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी राहत है। अब उन्हें हर साल बैंक जाकर प्रमाण पत्र जमा करने की जरूरत नहीं है, और वे घर बैठे यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। इस प्रणाली से समय की बचत होती है और पेंशनभोगी बायोमेट्रिक पहचान की सहायता से अपना प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। यह डिजिटल पहल उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए लाभदायक है। जिन्हें शारीरिक अक्षमता या दूरी के कारण बैंक जाने में कठिनाई होती थी। इस सुविधा से न केवल समय की बचत होती है बल्कि पेंशनभोगियों को अनावश्यक परेशानी से भी बचाया जा सकता है।

जीवन प्रमाण पत्र (life certificate) क्या है?
जीवन प्रमाण पेंशनभोगियों के लिए एक बायोमेट्रिक सक्षम आधार-आधारित डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र है और इसे व्यक्तिगत पेंशनभोगी के लिए उसके आधार नंबर और बायोमेट्रिक्स का उपयोग करके तैयार किया जाता है। इसके माध्यम से ये जांच होती है कि वेतनभोगी जीवित हैं।

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