18वीं लोकसभा का प्रथम सत्र : अफजाल अंसारी से लेकर अमृतपाल तक इन 7 सांसदों ने नहीं ली शपथ, स्पीकर चुनाव में नहीं डाल सकेंगे वोट...

UPT | 18वीं लोकसभा का प्रथम सत्र

Jun 26, 2024 08:16

संसद में प्रोटेम स्पीकर ने पंजाब से सांसद और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल का नाम लिया, लेकिन अमृतपाल की मौजूदगी नहीं थी। इसके अलावा सपा सांसद अफजाल अंसारी सदन में तो आए, लेकिन शपथ नहीं ले सके।

New Delhi : 18वीं लोकसभा के पहले सत्र अब तक कई महत्वपूर्ण घटनाक्रमों का साक्षी बना। मंगलवार को जहां एक ओर राहुल गांधी, अखिलेश यादव, असदुद्दीन ओवैसी और संबित पात्रा जैसे प्रमुख नेताओं ने संसद सदस्य के रूप में शपथ ली, वहीं दूसरी ओर सात सांसदों का शपथ न लेना चर्चा का विषय बना रहा। दरअसल, संसद में प्रोटेम स्पीकर ने पंजाब से सांसद और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल का नाम लिया, लेकिन अमृतपाल की मौजूदगी नहीं थी। इसके अलावा सपा सांसद अफजाल अंसारी सदन में तो आए, लेकिन शपथ नहीं ले सके। आइए बताते हैं 18वीं लोकसभा में किन 7 सांसद ने शपथ नहीं ली है।

अफजाल अंसारी की विचित्र स्थिति
समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी की काफी विचित्र स्थिति रही। वे सदन में उपस्थित थे और कुछ समय के लिए अपने दल के नेता अखिलेश यादव के साथ भी बैठे, लेकिन शपथ नहीं ले सके। यह स्थिति सुप्रीम कोर्ट के एक पूर्व आदेश के कारण उत्पन्न हुई, जिसमें उन्हें सदन की कार्यवाही में भाग लेने से रोका गया था। लोकसभा सचिवालय ने स्पष्ट किया कि शपथ ग्रहण भी सदन की कार्यवाही का हिस्सा है, अतः अंसारी को शपथ नहीं दिलाई जा सकती।

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जेल में बंद है अमृतपाल सिंह
प्रोटेम स्पीकर द्वारा पंजाब से निर्वाचित सांसद और विवादास्पद व्यक्तित्व अमृतपाल सिंह का नाम पुकारा गया, लेकिन वे सदन में उपस्थित नहीं थे। खडूर साहिब सीट से जीते सिंह वर्तमान में डिब्रूगढ़ जेल में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत बंद हैं। हाल ही में उनके विरुद्ध एनएसए की अवधि एक वर्ष के लिए बढ़ाई गई है, जिसके कारण वे शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हो पाए। यह स्थिति लोकतंत्र और कानून के बीच संतुलन बनाए रखने की चुनौती को दर्शाती है।



इंजीनियर राशिद का प्रकरण
जम्मू-कश्मीर की बारामूला सीट से निर्दलीय सांसद चुने गए इंजीनियर राशिद भी शपथ नहीं ले पाए। आतंकवाद के वित्तपोषण के आरोप में जेल में बंद राशिद ने शपथ ग्रहण के लिए अंतरिम जमानत की याचिका दायर की थी, लेकिन उन्हें अभी तक राहत नहीं मिली है। पटियाला हाउस कोर्ट ने इस मामले को एक जुलाई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।

अन्य अनुपस्थित सांसद
शपथ न लेने वाले सात सांसदों में तृणमूल कांग्रेस के तीन, कांग्रेस के एक, समाजवादी पार्टी के एक और दो निर्दलीय सांसद शामिल हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर, तृणमूल कांग्रेस के दीपक अधिकारी, शत्रुघ्न सिन्हा और हाजी नूरुल इस्लाम ने भी अभी तक शपथ नहीं ली है। इन सांसदों के शपथ न लेने के कारण स्पष्ट नहीं किए गए हैं, जो कि सोचने का विषय है।

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स्पीकर चुनाव में नहीं डाल सकेंगे वोट
जो सांसद शपथ नहीं लेते, उन्हें गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ता है। वे न केवल सदन में मतदान करने के अधिकार से वंचित रह जाते हैं, बल्कि सांसद के रूप में मिलने वाली किसी भी सुविधा का लाभ नहीं उठा पाते। यह स्थिति विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि अगले दिन स्पीकर (लोकसभा अध्यक्ष) का चुनाव होना है। शपथ न लेने वाले सांसद इस महत्वपूर्ण चुनाव में भाग नहीं ले पाएंगे, जो उनके निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधित्व को प्रभावित कर सकता है।

लोकसभा स्पीकर का चुनाव आज
उधर, संसद सत्र का दूसरा दिन भी नारों और विवादों के साथ खत्म हुआ। कांग्रेस ने डिप्टी स्पीकर पद की मांग की, इस पर भाजपा ने जवाब नहीं दिया। नाराज विपक्ष ने एनडीए के स्पीकर कैंडिडेट ओम बिरला के खिलाफ के. सुरेश को उतार दिया। बुधवार को वोटिंग सुबह 11 बजे से होगी। भाजपा-कांग्रेस ने सांसदों को व्हीप भी जारी कर दिया। 

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