गोंडा रेल हादसे के बाद उठने लगे सवाल : आखिर क्यों पटरी से उतर जाती है ट्रेन, कैसे लगे एक्सीडेंट पर लगाम?

UPT | गोंडा रेल हादसे के बाद उठने लगे सवाल

Jul 18, 2024 16:47

चंडीगढ़ से लौट रही डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस गोंडा के पास हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। घटना में 4 लोगों के मौत की खबर है, हालांकि मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।

Short Highlights
  • डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी से उतरी
  • 4 लोगों के मौत की खबर
  • मौके पर पहुंचे रेलवे के अधिकारी
Gonda News : चंडीगढ़ से लौट रही डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस गोंडा के पास हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। घटना में 4 लोगों के मौत की खबर है, हालांकि मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। वहीं इस रेल दुर्घटना में 20 से 25 लोगों के घायल होने की भी जानकारी मिल रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर देश में एक के बाद एक इतने रेल हादसे क्यों रहे हैं? आखिर ट्रेनें पटरी से क्यों उतर जाती हैं और क्या इन हादसों को रोकने का हमारे पास कोई उपाय नहीं?

डिरेल होने के कई हैं कारण
वैसे तो ट्रेन की पटरियों और पहियों की बनावट कुछ इस तरह की होती है कि इनका डिरेल होना इतना आसान नहीं होता। लेकिन फिर कई बार अलग-अलग वजहों से ट्रेनें पटरी से उतर जाती हैं। इसकी सबसे प्रमुख वजह है मैकेनिकल फॉल्ट। इसका मतलब ये हुआ कि जब रेलवे ट्रैक पर लगने वाले उपकरण खराब हो जाते हैं, तो ट्रेन डिरेल हो जाती है। इसके अलावा जब ट्रेन की पटरियों पर दरार पड़ जाती है या ट्रेन के डिब्बों को बांध कर रखने वाला कपलर ढीला हो जाता है, तो भी डिरेल की घटना सामने आती है। कई बार लगातार चलते रहने के कारण ट्रेन की पटरियों से पहिए घिस जाते हैं, जिससे ट्रेन पटरी से उतर जाती है। गर्मी के मौसम में पटरियों की बनावट में फर्क आ जाता है, जिससे तेज स्पीड पर ट्रेन के मुड़ने या ब्रेक लगने से भी हादसे हो सकते हैं।

कैसे रुक सकते हैं हादसे?
रेल हादसों को रोकने का सबसे सफल तरीका है ट्रेन और उसके पटरियों की मरम्मत समय-समय पर होती रहे। रेलवे में मेंटेनेंस के जिम्मेदार लोग अपना काम अगर ईमानदारी से करें, तो ऐसी घटना कभी सामने ही न आए। इसके अलावा कई बार देखा जाता है कि यात्रियों की शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया जाता, इस कारण जरा सी लापरवाही बड़े हादसे का सबब बन जाती है। ट्रेनों में कवच सिस्टम लगाने पर सरकार लगातार जोर दे रही है, लेकिन अभी भी कई हादसों के बावजूद अधिकतर ट्रेनों में ये सिस्टम नहीं लग पाया है। इससे भी हादसे रोके जा सकते हैं।

गोंडा रेल हादसे की जांच जारी
गोंडा में हुए रेल हादसे के बाद रेलवे के अधिकारियों समेत पुलिस प्रशासन की टीम भी मौके पर मौजूद है। हादसे के बाद गोरखपुर-लखनऊ रेल रूट को बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि हादसा दोपहर करीब 2:30 बजे हुआ। घटनास्थल की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना भयावह रहा होगा। मौके पर मौजूद लोगों ने फंसे यात्रियों की निकालने की काफी कोशिश की। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को राहत-बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

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