गाजीपुर की लेडी सिंघम : कौन हैं डीएम आर्यका अखौरी, जो हजारों की भीड़ में डॉन के भाई से अकेले भिड़ गई...

UPT | डीएम आर्यका अखौरी

Apr 07, 2024 15:24

धारा 144 है, मिट्टी देने सिर्फ पर परिवार के लोग जाएंगे। मैं इस इलाके की निर्वाचन अधिकारी हूं, और नियम तोड़ने वालों पर एफआईआर भी करूंगी...

Short Highlights
  • गाजीपुर की डीएम से पहले थीं भदोही की डीएम और कलेक्टर
  • उत्तर प्रदेश कैडर की 2013 बैच की है आईएएस अधिकारी आर्यका अखौरी 
IAS Aryaka Akhouri : उत्तर प्रदेश में गाजीपुर की डीएम आईएएस आर्यका अखौरी सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं। लोग उन्हें रियल लाइफ लेडी सिंघम बुला रहे हैं। दरअसल, मामला माफिया मुख्तार अंसारी के जनाजे से जुड़ा हुआ है। जहां हजारों की भीड़ में अकेली डीएम आर्यका अखौरी डॉन के भाई अफजाल अंसारी से भीड़ गई थी। उन्होंने कहा था कि 'मैं यहां की जिला निर्वाचन अधिकारी हूं... नियम तोड़ने वालों पर FIR कर दूंगी...'। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोग जानना चाहते है कि ये दिलेर आईएएस कौन है? जिसने सरेआम डॉन के भाई को जेल में डालने की चेतावनी दे डाली। आइए जानते हैं...कौन हैं आर्यका अखौरी?

क्यों हुई थी आईएएस आर्यका और डॉन के भाई के बीच बहस
मुख्तार अंसारी की मौत 28 मार्च की रात बांदा जेल में हार्ट अटैक की वजह से हुई थी। 30 मार्च को गाजीपुर में कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार चल रहा था। पुलिस-प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लगाई हुई थी। लेकिन फिर भी हजारों की संख्या में वहां भीड़ जुटी हुई थी। इसी दौरान डीएम आईएएस आर्यका अखौरी और मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी के बीच तीखी बहस हुई। बहस इस बात पर हुई थी कि कब्रिस्तान में कौन प्रवेश कर सकता है और कौन-कौन मिट्टी देगा। पुलिस ने सिर्फ परिवार को कब्रिस्तान में जाने और मिट्टी डालने की इजाजत दी थी।

जब डॉन के भाई से भिड़ी थी अकेले
मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार के समय पुलिस-प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लगाई हुई थी। सिर्फ परिवार को कब्रिस्तान में जाने और मिट्टी डालने की इजाजत दी थी। लेकिन, अफजाल अंसारी ने कहा कि 'कहीं से भी कोई भी व्यक्ति मिट्टी चढ़ाना चाहेगा, वह मिट्टी चढ़ाएगा।' इसपर डीएम आईएएस आर्यका अखौरी कहती हैं, 'धारा 144 है, मिट्टी देने सिर्फ पर परिवार के लोग जाएंगे। मैं इस इलाके की निर्वाचन अधिकारी हूं, और नियम तोड़ने वालों पर एफआईआर भी करूंगी।'

कौन हैं आर्यका अखौरी?
14 दिसंबर, 1985 को बिहार के पटना में जन्मी आर्यका अखौरी अभी गाजीपुर की जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) के पद पर तैनात है। गाजीपुर की डीएम से पहले आर्यका अखौरी यूपी के भदोही की डीएम और कलेक्टर थीं। उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, वह उत्तर प्रदेश कैडर की 2013 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। आर्यका अखौरी वाराणसी में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और मेरठ में सीडीओ के रूप में भी काम कर चुकी हैं।  

दिल्ली में की थी यूपीएससी की तैयारी
पटना के रहने वाली आर्यका अखौरी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से एमएससी (बायोटेक) की पढ़ाई की है। पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की थी। हजारों की भीड़ में अकेली डॉन के भाई अफजाल अंसारी से भीड़ने वाली आईएएस को 2013 में उत्तर प्रदेश कैडर आवंटित किया गया था। 

वर्ष 2022 में गाजीपुर हुआ था तबादला
दरअसल, वर्ष 2022 के सितंबर महीने में कई आईएएस अधिकारियों के तबादले हुए थे, जिसमें आर्यका का भी जिला बदला था। उसी समय इन्हें गाजीपुर जिले का जिम्‍मेदारी मिली थी। इससे पहले वह भदोही जिले की डीएम थी। जहां भी आर्यका का तबादला होता है वहीं इनके काम की चर्चाएं शुरु हो जाती है। इन्हें अपराधियों पर कार्रवाई करने के लिए जाना जाता है। 

पूर्व विधायक पर लगाया था गैंगेस्‍टर एक्ट
2013 बैच की आईएएस अधिकारी आर्यका अखौरी की पहली पोस्टिंग बतौर डीएम भदोही जिले में हुई थी। इससे पहले वह वाराणसी और मेरठ में ज्‍वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात थी। जब आर्यका की पोस्टिंग भदोही में हुई, तो वहां आए दिन आपराधिक घटनाएं होती रहती थी। आर्यका ने आते ही यहां अपराधियों पर कार्रवाई शुरू कर, भदोही के पूर्व विधायक विजय मिश्र के खिलाफ गैंगेस्‍टर एक्ट
लगाया दिया था। इतना ही नहीं उन्‍होंने उसके कई हथियारों के लाइसेंस भी निरस्‍त कर दिए थे। भदोही में आर्यका को कानून व्यनस्था नियंत्रण करने वाली आईएएस के तौर पर जानते है। 

सरकारी ऑफिस में जींस टॉप बैन
इसके साथ ही भदोही जिले की डीएम रहते हुए आईएएस आर्यका ने सरकारी दफ्तर में जींस टॉप पहनकर आना बैन कर दिया था। जिसके बाद इनका ये आदेश काफी चर्चा में रहा था। और जिन अधिकारियों ने इस आदेश का पालन नहीं किया, उनके खिलाफ एक्शन भी लिया था। 

Also Read