Mahakumbh 2025 : संगमनगरी का किया जा रहा सौंदर्यीकरण, स्ट्रीट आर्ट... थीमैटिक गेट और स्तंभों से बढ़ाई जा रही है शहर की खूबसूरती

UPT | Mahakumbh

Jul 04, 2024 14:40

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में तैयारियों की समीक्षा की और संबंधित विभागों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ भारतीय संस्कृति का प्रतीक है और शहर को इसी अनुरूप सजाया जाना चाहिए।

Short Highlights
  • जंक्शन सुधार के साथ ही शहरी मार्ग को भी सजाया और संवारा जा रहा
  • सीएम योगी ने भी महाकुंभ के दौरान पूरे नगर को सजाने के दिए निर्देश 
  • सनातन संस्कृति के प्रतीकों को चित्रित करने का भी दिया था आदेश
Prayagraj News : प्रयागराज में आगामी महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। योगी सरकार इस आयोजन को भव्य और दिव्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्य फोकस सुरक्षा, सुविधा, स्वच्छता और सौंदर्यीकरण पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में तैयारियों की समीक्षा की और संबंधित विभागों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ भारतीय संस्कृति का प्रतीक है और शहर को इसी अनुरूप सजाया जाना चाहिए।

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शहर के सौंदर्यीकरण में कई पहलू शामिल हैं
  • 38 जंक्शनों का सौंदर्यीकरण: इसमें ग्रीन बेल्ट और मूर्तियाँ शामिल होंगी। 19 जंक्शन प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA), 15 लोक निर्माण विभाग (PWD) और 2 सेतु निगम द्वारा विकसित किए जा रहे हैं।
  • 38 शहरी मार्गों (75 किमी) का सौंदर्यीकरण: इसमें ग्रीन बेल्ट, बागवानी, लैंडस्केपिंग और थीमैटिक विकास शामिल है। 36 मार्ग पीडीए और 2 पीडब्ल्यूडी द्वारा विकसित किए जा रहे हैं।
  • स्ट्रीट आर्ट: लगभग 10 लाख वर्गफुट क्षेत्र में दीवार चित्र और कलाकृतियाँ बनाई जाएंगी।
  • थीमैटिक गेट: सरस्वती द्वार, शिव द्वार, गंगा द्वार और यमुना द्वार नाम के 4 विषयगत प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे।
  • स्तंभ निर्माण: कुल 108 स्तंभ स्थापित किए जाएंगे - भारद्वाज आश्रम में 8, विषयगत द्वारों पर 48, और रिवर फ्रंट रोड पर 52।



संगमनगरी का किया जा रहा सौंदर्यीकरण
इन सभी प्रयासों का उद्देश्य है कि जब श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचें, तो वे शहर की सुंदरता से अभिभूत हो जाएं और पूरी तरह से धार्मिक वातावरण में डूब जाएं। सरकार का लक्ष्य है कि महाकुंभ 2025 स्वच्छता, सुविधा और सुरक्षा का एक मानक आयोजन बने। यह परियोजना न केवल आध्यात्मिक महत्व की है, बल्कि शहर के बुनियादी ढांचे और सौंदर्य को भी बढ़ाएगी। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद होगा। 

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