चंदौली में नाना के कंधे पर नातिन का शव : भटकता रहा बुजुर्ग, नहीं मिली एंबुलेंस

UPT | नातिन के शव को कंधे पर लिए बुजुर्ग।

Oct 02, 2024 01:48

चंदौली में मासूम बच्ची आरती की सर्पदंश से मौत हो गई। पुलिसकर्मी और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अस्पताल से गायब थे। जिसके बाद मासूम के दादा को अपनी नातिन का शव कंधे...

Chandauli News : चंदौली जिले के कंदवा क्षेत्र के अरंगी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 7 साल की मासूम बच्ची आरती की सर्पदंश से मौत हो गई। इसके बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की अमानवीयता ने घटना को उजागर कर दिया। मासूम के दादा चौधरी बिंद को अपनी नातिन का शव कंधे पर उठाकर पोस्टमार्टम हाउस में इधर-उधर भटकना पड़ा, जबकि पुलिसकर्मी और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अस्पताल से गायब थे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया है।

ये है पूरा मामला
कंदवा थाना क्षेत्र के अरंगी गांव में 7 साल की आरती को जहरीले सांप ने काट लिया। परिवार ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन आरती की हालत बिगड़ती चली गई और अंततः उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू की। पुलिसकर्मियों ने शव को एक बॉडी किट में डालकर परिजनों को सौंप दिया और पोस्टमार्टम हाउस जाने को कहा।

पुलिस की गैरमौजूदगी और बुजुर्ग की बेबसी
आरती की मौत के बाद उसके बुजुर्ग दादा चौधरी बिंद, जो पहले से ही अपनी नातिन के निधन से सदमे में थे, पुलिस के निर्देशानुसार ऑटो से शव लेकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें कोई पुलिसकर्मी या अस्पताल का कर्मचारी नहीं मिला, जो शव का पोस्टमार्टम करा सके। दुख और पीड़ा से जूझते हुए, बुजुर्ग अपनी नातिन का शव कंधे पर उठाए पोस्टमार्टम हाउस में भटकते रहे। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें और किससे सहायता मांगें।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इस अमानवीय दृश्य का वीडियो किसी ने अपने फोन से रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे चौधरी बिंद अपनी नातिन का शव कंधे पर उठाए पोस्टमार्टम हाउस के इर्द-गिर्द भटक रहे हैं, जबकि उन्हें कोई सहायता नहीं मिल रही थी। वीडियो वायरल होते ही लोगों में नाराजगी फैल गई और पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की आलोचना होने लगी।

पुलिस की लापरवाही
चौधरी बिंद ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जब आरती की मौत हुई, तो एक महिला और एक पुरुष पुलिसकर्मी मौके पर आए थे। उन्होंने शव को बॉडी किट में डालकर ऑटो पर रखवा दिया और पोस्टमार्टम हाउस जाने को कहा। लेकिन वहां पहुंचने पर कोई पुलिसकर्मी नहीं था, जो आवश्यक कागजी कार्यवाही पूरी कर सके। बुजुर्ग ने कई बार मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई अधिकारी या कर्मचारी उनकी सहायता के लिए आगे नहीं आया। काफी देर बाद जब पुलिसकर्मी पहुंचे, तब जाकर शव का पोस्टमार्टम हो सका।

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