Chandauli News : राजनीति और अपराध के कॉकटेल का शिकार बन गए थे डिप्टी एसपी शैलेंद्र सिंह

सोशल मीडिया | डिप्टी एसपी शैलेंद्र सिंह, मुख्तार अंसारी

Mar 30, 2024 18:36

राजनीति और अपराध के कॉकटेल का शिकार शैलेंद्र सिंह को मुख्तार पर हाथ डालने की एवज में अपनी नौकरी भी गंवानी पड़ी थी और जेल भी जाना पड़ा था। सेना के जखीरे 

Chandauli News : अपराध और राजनीति के कॉकटेल का नाम था मुख्तार अंसारी। 90 के दशक में जरायम की दुनिया में कदम रखने वाले मुख्तार अंसारी को राजनीतिक संरक्षण ऐसा प्राप्त हुआ कि उसने किसी को नहीं छोड़ा, चाहे वह राजनेता हो या पुलिस अधिकारी। मुख्तार की साजिशों का शिकार चंदौली निवासी पूर्व डिप्टी एसपी शैलेंद्र सिंह को भी होना पड़ा था। राजनीति और अपराध के कॉकटेल का शिकार शैलेंद्र सिंह को मुख्तार पर हाथ डालने की एवज में अपनी नौकरी भी गंवानी पड़ी थी और जेल भी जाना पड़ा था।
सेना के जखीरे से लाइट मशीन गन को चोरी कर मुख्तार अंसारी के गुर्गों को बेचने का एक्शन प्लान तैयार हो चुका था। तभी इसकी भनक चंदौली निवासी तत्कालीन डिप्टी एसपी शैलेंद्र सिंह को भी मिली। उन्होंने इस मामले में मुख्तार के गुर्गों को गिरफ्तार कर मुख्तार पर पोटा लगाने की तैयारी कर ली। उस समय मुख्तार सरकार का चहेता चेहरा हुआ करता था। सरकार में बैठे लोगों को यह बात नागवार गुजरी और उनसे पोटा हटाने को कहा गया, लेकिन जिले के सैयद राजा थाना क्षेत्र के फेसुड़ा  गांव के निवासी शैलेंद्र सिंह किसी और ही मिट्टी के बने थे। उन्होंने अपराध और राजनीति के कॉकटेल का मुकाबला करने की ठानी, लेकिन इसमें उन्हें शिकस्त मिली, ना सिर्फ उन्हें पुलिस अधिकारी से अपराधी बना दिया गया और जेल के सीखचों के पीछे ठूंस दिया गया बल्कि नौकरी से भी इस्तीफा देने को मजबूर कर दिया गया। शैलेंद्र सिंह बताते हैं कि जब उन्होंने मुख्तार के खिलाफ कार्रवाई की तो यह बात सत्ता को अच्छी नहीं लगी। मुझ पर दबाव बनाया गया। उस समय आईजी डीआईजी एसपी समेत कई अधिकारी इधर से उधर कर दिए गए ऐसे में मुझे नौकरी से त्यागपत्र देना पड़ा। लेकिन मुझे इस बात का गर्व है कि मैं अपराधियों के समक्ष झुका नहीं। आज इस बात की खुशी है कि अपराधियों के खिलाफ जमकर कार्यवाही हो रही है और उनको सजा भी मिल रही है।

Also Read