अच्छी खबर : बनारसी लंगड़ा आम, मशरूम, मत्स्य और डेयरी उत्पादों का बनेगा क्लस्टर, कमिश्नर ने दिया निर्देश

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Dec 29, 2023 18:18

इस वक़्त जिले में तमाम विकास कार्य अलग अलग पैरामीटर पर किए जा रहे हैं। साथ ही काशी के तमाम उत्पादों को जीआई पहचान भी मिल रही है। मंडलीय सभागार में शुक्रवार (29 दिसंबर) को कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने कृषि निर्यात निगरानी समिति के पदाधिकारियों संग बैठक की।

Short Highlights
  • संबंधित विभाग मानकों का निर्धारण कर जल्द करेगा काम 
  • अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
Varanasi News: इस वक़्त जिले में तमाम विकास कार्य अलग अलग पैरामीटर पर किए जा रहे हैं। साथ ही काशी के तमाम उत्पादों को जीआई पहचान भी मिल रही है। मंडलीय सभागार में शुक्रवार (29 दिसंबर) को कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने कृषि निर्यात निगरानी समिति के पदाधिकारियों संग बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को बनारसी लंगड़ा, मशरूम, मत्स्य और डेयरी उत्पादों को लेकर महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया। उन्होंने कहा इस पर फोकस करके सभी को कार्य करना चाहिए। ताकि पहचान पूरे प्रदेश के साथ देश भर में बने।

क्लस्टर बनने से मिलेगा फ़ायदा 
कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने सभी विभागों को आपस में समन्वय स्थापित कर कृषि निर्यात आधारित क्लस्टर बनाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त बनारसी लंगड़ा आम, मशरूम, मत्स्य तथा डेयरी उत्पादों के क्लस्टर बनाने के लिए संबंधित विभागों को मानकों का निर्धारण करने के भी निर्देश दिए गए। जीआई के प्रोत्साहन के लिए संबंधित विभागों को अधिकृत उपयोगकर्ता बनाने के लक्ष्य भी निर्धारित किया गया। 

क्या है जीआई टैग,जो लंगड़ा आम को मिल चुका है
जीआई विशेषज्ञ डॉ. रजनीकांत ने बताया जीआई का मतलब Geographical Indication यानी भौगोलिक संकेत होता है। जीआई टैग से उत्पाद को उस क्षेत्र के साथ एक पहचान मिल जाती है। किसी वस्तु या उत्पाद को जीआई टैग मिलने से उसकी पहचान क्षेत्र के साथ की जाती है। भारत सरकार को जियोग्राफिकल इंडिकेशन रजिस्ट्री कार्यालय से मान्यता मिलती है।

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