सावन का पहला सोमवार : काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का उमड़ेगा सैलाब, प्रशासन ने की व्यापक तैयारियां

UPT | काशी विश्वनाथ मंदिर

Jul 21, 2024 21:21

श्रावण मास भगवान शिव का प्रिय माह माना जाता है, जो 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस वर्ष 19 अगस्त तक चलने वाले इस पवित्र माह में पांच सोमवार पड़ रहे हैं।

Short Highlights
  • देर रात से ही बाबा के जलाभिषेक के लिए शिव भक्तों की कतार
  • सोमवार को मैदागिन से गोदौलिया तक नो व्हीकल जोन
  • बाबा के जलाभिषेक के लिए बड़ी संख्या में आते हैं कांवड़िए
  • खोया पाया केंद्र में बहुभाषी कर्मी देंगे ड्यूटी, चिकित्सकों की टीम रहेगी मौजूद
Varanasi News : श्रावण मास भगवान शिव का प्रिय माह माना जाता है, जो 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस वर्ष 19 अगस्त तक चलने वाले इस पवित्र माह में पांच सोमवार पड़ रहे हैं। सावन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु कांवड़ लेकर दूर-दूर से आते हैं। योगी सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की है। मैदागिन से गोदौलिया तक नो व्हीकल जोन रहेगा और वृद्ध व दिव्यांगजनों के लिए ई-रिक्शा सेवा उपलब्ध होगी। भीड़ प्रबंधन के लिए बैरिकेड्स और जिग-जैग व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। धूप और बारिश से बचाव का इंतजाम भी किया गया है। इस वर्ष सिल्को द्वार से भी प्रवेश की अनुमति दी गई है। कांवड़ियों के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक लेन आरक्षित की गई है। सोमवार को दैनिक पास निरस्त रहेंगे और स्पर्श दर्शन पर रोक रहेगी।

कांवड़ लेकर काशी में श्रद्धालुओं का आना हुआ प्रारंभ 
काशी में श्रावण मास की शुरुआत के साथ ही कांवड़ियों का आगमन प्रारंभ हो गया है। बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए देर रात से ही भक्तों की कतारें लग गई हैं। योगी सरकार और मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि हर सोमवार को गोदौलिया से मैदागिन तक नो व्हीकल जोन रहेगा। वीआईपी, वृद्ध और दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क ई-रिक्शा और गोल्फ कार्ट की सेवा उपलब्ध होगी। पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। 



धाम में छह स्थानों पर लगाई गई एलईडी
काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। गर्भगृह के दर्शन-पूजन का सजीव प्रसारण छह स्थानों पर लगाई गई एलईडी स्क्रीन पर दिखाया जाएगा। भक्तों की मदद के लिए बहुभाषी कर्मचारियों वाला खोया-पाया केंद्र स्थापित किया गया है। आपात स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। सोमवार को अत्यधिक भीड़ के कारण लॉकर सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे बैग, मोबाइल, अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या प्रतिबंधित वस्तुएं साथ न लाएं।

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