वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की विधि स्नातक की परीक्षा में स्वामी सहजानंद पीजी कालेज, गाजीपुर परीक्षा केंद्र पर संत लखन दास विधि महाविद्यालय, मरदह की एक परीक्षार्थी अनुचित साधन का प्रयोग करती पकड़ी गई।
Jul 13, 2024 00:22
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की विधि स्नातक की परीक्षा में स्वामी सहजानंद पीजी कालेज, गाजीपुर परीक्षा केंद्र पर संत लखन दास विधि महाविद्यालय, मरदह की एक परीक्षार्थी अनुचित साधन का प्रयोग करती पकड़ी गई।
Ghazipur News : वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की विधि स्नातक की परीक्षा में स्वामी सहजानन्द पीजी कॉलेज, गाजीपुर परीक्षा केंद्र पर संत लखन दास विधि महाविद्यालय, मरदह की एक परीक्षार्थी अनुचित साधन का प्रयोग करती पकड़ी गई।
35 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित
महाविद्यालय केंद्र पर विश्वविद्यालय की विधि स्नातक द्वितीय सेमेस्टर के तृतीय प्रश्नपत्र की परीक्षा में कुल 353 पंजीकृत परीक्षार्थियों में 35 परीक्षार्थी अनुपस्थित थे। इस परीक्षा के दौरान आंतरिक उड़ाका दल ने एक परीक्षार्थी को चिट के साथ पकड़ लिया तथा अनुचित साधन प्रयोग के आरोप में रस्टीकेट कर दिया। द्वितीय सत्र में एलएलबी 6वें सेमेस्टर के प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा में कुल 236 पंजीकृत परीक्षार्थियों में से 02 परीक्षार्थी अनुपस्थित थे।
परीक्षा समिति के निगरानी में हो रही है परीक्षा
ज्ञातव्य है कि जनपद के संत लखन दास विधि महाविद्यालय, मरदह तथा बलदेव श्रीधर विधि महाविद्यालय, भावरहां के परीक्षार्थियों के लिए नगर के स्वामी सहजानन्द पीजी कालेज को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वी के राय ने बताया कि परीक्षा के सफल एवं सुचितापूर्ण संचालन के लिए एक परीक्षा समिति का गठन किया गया है जिसमे प्रो. अवधेश नारायन राय, प्रभारी तथा रामधारी राम, डॉ. कृष्णानंद चतुर्वेदी, डॉ. देव प्रकाश राय, डॉ. सतीश कुमार पांडेय, डॉ. वी के ओझा, डॉ. सुजीत कुमार व नित्यानंद राय शामिल हैं।
नकल विहीन परीक्षा के लिए संकल्पित है महाविद्यालय
परीक्षा प्रभारी प्रो. अवधेश नारायन राय ने बताया है कि महाविद्यालय पूर्णतः नकलविहीन तथा सूचितापूर्ण परीक्षा संचालन के लिए दृढसंकल्पित है। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. वी के राय ने बताया कि परीक्षा समिति के वरिष्ठ सदस्यों की एक टीम द्वारा परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पूर्व सभी परीक्षार्थियों की सघन तलाशी ले कर ही उन्हें प्रवेश की अनुमति दी जाती है।