गोकशी पर पाबंदी के लिए प्रदर्शन : स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के आह्वान पर 10 मिनट की आंशिक बंदी रही

UPT | बीएचयू गेट पर प्रदर्शन किया।

Mar 11, 2024 16:24

रविवार को वाराणसी में जगह-जगह पर प्रदर्शन भी हुए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ज्योतिष पीठ समेत चारों पीठों के शंकराचार्यों का यह अभियान है। 19 राज्यों में गो हत्या और गोकशी बंद है। बाकी राज्य और केंद्र में भी सरकार गोकशी बंद कराएगी।

Varanasi News : गोकशी रोकने और गाय को राष्ट्र माता घोषित करने की मांग को लेकर रविवार को वाराणसी में राष्ट्रीय अहिंसक आंदोलन किया गया। गो सेवकों ने वाराणसी के लंका स्थित महामना मालवीय जी के प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के आह्वान पर 10 मिनट की आंशिक प्रतीकात्मक बंदी भी की गई।

रविवार को वाराणसी में जगह-जगह पर प्रदर्शन भी हुए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ज्योतिष पीठ समेत चारों पीठों के शंकराचार्यों का यह अभियान है। 19 राज्यों में गो हत्या और गोकशी बंद है। बाकी राज्य और केंद्र में भी सरकार गोकशी बंद कराएगी। अब यहां की बारी है। धर्मसभा में पीठ के मीडिया प्रभारी सजंय पांडेय ने कहा कि सरकार का काम है गो माता को राष्ट्र माता घोषित करना। अविमुक्तेश्वरानंद कहते हैं कि हम लोग गुरु और भगवान को बहुत मानते हैं, लेकिन उनके लिए रोटी नहीं निकालते हैं। हम लोग गो माता को मानते हैं और उनके लिए रोटी निकालते हैं। ऐसे में गोविंद की धरती पर गो माता ही रक्त गिरना बंद होना चाहिए। 

सभा की अध्यक्षता करते हुए डॉ. गिरीश चंद्र तिवारी ने कहा कि देश की आजादी के समय से ही गोकशी बंद करने का आंदोलन चल रहा है। 1966 में धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज के नेतृत्व में लाखों संतों ने संसद भवन के सामने प्रदर्शन किया। सैकड़ों संतों ने बलिदान दिया था। अब अविमुक्तेश्वरानंद के नेतृत्व में गोकशी बंद कराने और गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने का बड़ा अभियान शुरू हुआ है। धर्मसभा का संचालन राकेश पांडेय ने और आगन्तुकों को धन्यवाद ज्ञापन हरिनाथ दुबे ने दिया।
 

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