फूस की झोपड़ी में रहता था एक लाख का इनामी : बहन के बयान से सियासी भूचाल, सरकार और पुलिस पर सवाल...

UPT | मंगेश यादव की बहन का बयान

Sep 09, 2024 14:40

सुल्तानपुर में हुई डकैती के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मचा दी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई प्रमुख नेताओं...

Jaunpur News : सुल्तानपुर में हुई डकैती के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मचा दी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई प्रमुख नेताओं ने इस एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं। मंगेश यादव के परिजनों ने भी इसे फर्जी करार दिया है और उनके दावे में कई विवादास्पद बिंदु उभर कर सामने आए हैं।

मंगेश के परिजनों ने लगाएं ये आरोप
मंगेश यादव के परिवार ने दावा किया है कि पुलिस ने मंगेश को 2 सितंबर की रात उनके घर से उठाया था और उसे पूछताछ के लिए ले जाने का आश्वासन दिया था। परिवार का कहना है कि पुलिस ने कहा था कि मंगेश को एक-दो दिन में छोड़ दिया जाएगा। लेकिन 5 सितंबर को मंगेश का एनकाउंटर कर दिया गया और उसके शव की सूचना परिवार को दी गई। मंगेश की छोटी बहन प्रिंसी का कहना है कि 28 अगस्त को जिस दिन डकैती की घटना हुई उस दिन मंगेश उनके साथ था। प्रिंसी ने कहा कि मंगेश स्कूल में फीस जमा करने गया था और घर में ना होने की वजह से फीस जमा नहीं हो पाई। उन्होंने यह भी दावा किया कि पुलिस ने मंगेश को 2 सितंबर की रात लगभग 2 बजे घर से उठाया और उसे मारा गया।

मंगेश के पिता का बयान
मंगेश के पिता राकेश यादव ने कहा कि उनका बेटा जुलाई में गुजरात से लौटे था और अगर मंगेश इतना बड़ा अपराधी होता तो उनके पास ऐसा साधारण घर नहीं होता। राकेश ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मंगेश को सही-सलामत घर से उठाया और फिर कैसे उसका एनकाउंटर हो गया, यह एक बड़ा सवाल है। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।

पुलिस की ओर से जवाब
मंगेश यादव पर 2 सितंबर को 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था और 4 सितंबर को उस पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया। सुल्तानपुर कांड के आरोप में मंगेश पर कुल सात मुकदमे दर्ज थे जिनमें चोरी, लूट और डकैती शामिल थे। एसटीएफ ने 5 सितंबर की सुबह मंगेश यादव को एनकाउंटर में मार गिराया। पुलिस का कहना है कि मंगेश को एनकाउंटर में मारा गया क्योंकि वह कानून की गिरफ्त से बचने की कोशिश कर रहा था।

नेताओं की आई प्रतिक्रियाएँ
इस एनकाउंटर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तीखा आरोप लगाया है। उन्होंने 'एक्स' (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि लगता है सुल्तानपुर की डकैती के आरोपी और सत्ता पक्ष के बीच गहरे संबंध थे, इसलिए एनकाउंटर से पहले 'मुख्य आरोपी' को संपर्क साधकर सरेंडर कराया गया, और अन्य आरोपियों को केवल दिखावटी गोली मार दी गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस एनकाउंटर पर चिंता जताई है और इसे न्यायिक प्रणाली पर सवाल उठाने वाला कदम करार दिया है। 

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