तिरुपति लड्डू विवाद के बाद काशी विश्वनाथ महाप्रसाद की जांच : SDM ने वेंडर गोदाम पर की छापेमारी, फूड डिपार्टमेंट को भेजे सैंपल

UPT | SDM ने वेंडर गोदाम पर की छापेमारी

Sep 21, 2024 11:46

तिरुपति बालाजी के लड्डू विवाद के बाद अब वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के महाप्रसाद की भी जांच की गई। शुक्रवार को एसडीएम शंभू शरण सिंह अपनी टीम के साथ अचानक वेंडर के गोदाम पहुंचे...

Varanasi News : तिरुपति बालाजी के लड्डू विवाद के बाद अब वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के महाप्रसाद की भी जांच की गई। शुक्रवार को एसडीएम शंभू शरण सिंह अपनी टीम के साथ अचानक वेंडर के गोदाम पहुंचे, जहां महाप्रसाद तैयार किया जाता है। इस दौरान उन्होंने लड्डू बनाने की पूरी प्रक्रिया को बारीकी से देखा और सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने स्वयं महाप्रसाद को चखा और उसका सैंपल लेकर यूपी फूड डिपार्टमेंट को भेजा। लगभग 15 दिनों में इसकी रिपोर्ट आने की संभावना है।

प्रसाद की शुद्धता और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान
एसडीएम शंभू शरण सिंह ने बताया कि तिरुपति बालाजी के लड्डू विवाद के बाद से काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन और अधिक सतर्क हो गया है। महाप्रसाद की गुणवत्ता, शुद्धता और पवित्रता को सुनिश्चित करने के लिए यह जांच की जा रही है। काशी विश्वनाथ मंदिर में देशभर से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की उच्च गुणवत्ता आवश्यक है, इसलिए लगातार इसकी निगरानी की जा रही है।

घी की लैब टेस्टिंग में मिली हरी झंडी
प्रसाद में इस्तेमाल होने वाले घी की लैब टेस्टिंग कराई गई, जिसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं मिली है। हालांकि, प्रशासन ने सुनिश्चितता के लिए दोबारा सैंपलिंग करने का निर्णय लिया है, ताकि किसी भी तरह की कमी न रहे। एसडीएम ने बताया कि बाबा विश्वनाथ को अर्पित होने वाला भोग मंदिर के पुजारियों द्वारा ही तैयार किया जाता है, जबकि श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद का निर्माण वेंडर के साथ टाई-अप के जरिए किया जाता है।



लड्डू निर्माण में शुद्धता का पूरा ध्यान
वेंडर अशोक हलवाई ने कहा कि लड्डू निर्माण के दौरान गुणवत्ता, शुद्धता और पवित्रता का पूरा ध्यान रखा जाता है। उनके वर्कर न केवल लहसुन-प्याज का सेवन नहीं करते, बल्कि मादक पदार्थों से भी दूर रहते हैं। सभी वर्कर्स मास्क पहनकर लड्डू तैयार करते हैं और साफ-सफाई के नियमों का सख्ती से पालन करते हैं। खाने-पीने या टॉयलेट के लिए उन्हें निर्माण स्थल से बाहर अलग स्थान पर जाना होता है। वहीं, लड्डू निर्माण में शामिल वर्कर रेखा ने बताया कि वे प्रतिदिन सुबह नहा-धोकर साफ कपड़े पहनकर काम करने आती हैं। साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है, ताकि प्रसाद की गुणवत्ता बनी रहे। वर्कर अभिषेक ने भी यही बात दोहराई कि वे हमेशा शुद्धता और सफाई को प्राथमिकता देते हैं।

भक्तों तक पहुंचेगा शुद्ध प्रसाद
तिरुपति बालाजी के लड्डू विवाद के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने प्रसाद की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है। ताबड़तोड़ निरीक्षण और जांच के माध्यम से प्रशासन सुनिश्चित कर रहा है कि भक्तों तक केवल शुद्ध और पवित्र प्रसाद ही पहुंचे। प्रशासन की इस सख्ती से यह स्पष्ट है कि प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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