वाराणसी में महापंचायत : किसान बोले-मर जाएंगे, पर अवैधानिक तरीके से जमीन लूटने नहीं देंगे

UPT | किसान महापंचायत में शामिल लोग।

Feb 25, 2024 22:18

महापंचायत में किसानों ने सरकार और प्रशासन द्वारा जबरन भूमि अधिग्रहण के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने के संकल्प से संयुक्त किसान मजदूर मोर्चा वाराणसी का गठन किया।

Varanasi News : मोहनसराय किसान संघर्ष समिति द्वारा बैरवन में किसान महापंचायत का रविवार को आयोजन किया गया। इसमें हजारों की संख्या में किसान शामिल हुए। महापंचायत में मोहनसराय ट्रांसपोर्ट नगर योजना से प्रभावित बैरवन, करनाडाड़ी, मोहनसराय एवं मिल्कीचक के सैकड़ों किसानो के साथ काशी द्वार, रिंग रोड, स्पोर्ट्स सिटी, आवासीय योजना, वरूणा विहार और वैदिक सिटी के अंदोलनकारी किसान नेता शामिल हुए। महापंचायत में उपस्थित किसानों ने भूमि लेने की सरकारी प्रक्रिया का विरोध किया। 

पांच चरण में आंदोलन की बनी रणनीति
महापंचायत में किसानों ने सरकार और प्रशासन द्वारा जबरन भूमि अधिग्रहण के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने के संकल्प से संयुक्त किसान मजदूर मोर्चा वाराणसी का गठन किया। किसानों का कहना है कि भूमि अर्जन एवं पुनर्वास कानून 2013 के पालन के लिए पांच चरण में आंदोलन की रणनीति बनी । पहले चरण में 26 से 29 फरवरी तक शासन, प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन एवं पत्रक दिया जाएगा।

दूसरे चरण में 1 मार्च से धरना एवं प्रभावित क्षेत्रों में सत्याग्रह मार्च निकाला जाएगा। तीसरे चरण में 5 मार्च को जिला मुख्याल का घेराव किया जाएगा। इसमें ट्रैक्टर मार्च एवं पालतू जानवर, चूल्हा-चौका सहित घेरा डालो डेरा डालो, चौथे चरण में अधिग्रहण से प्रभावित गांवो में सरकार में शामिल राजनीतिक दलों का बहिष्कार, त्याग पत्र एवं जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन एवं पांचवें चरण में आमरण अनशन किया जाएगा।

भूमि अर्जन एवं पुनर्वास कानून का खुला उल्लघंन 
इस दौरान किसानों ने दोनों हाथ उठाकर संकल्प लिया कि आमरण अनशन कर शरीर त्याग देगे लेकिन जमीन अवैधानिक तरीके से लूटने नहीं देंगे। किसान महापंचायत की अध्यक्षता करते हुए किसान नेता विनय शंकर राय मुन्ना ने कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र मे भूमि अर्जन एवं पुनर्वास कानून का खुला उल्लघंन कर अवैधानिक तरीके से किसानों की जमीन लूटी जा रही है। कहा कि अगर 29 फरवरी तक सरकार गंभीरता से किसानों के मुद्दे पर समझौता करेगी, तो उसका स्वागत होगा। यह समझौता भूमि अर्जन एवं पुनर्वास कानून 2013 के आधार पर लिखित की जाएगी। अगर सरकार ने खुद पहल कर ऐसा नहीं किया तो 1 मार्च से किसान करो या मरो के संकल्प के साथ आर-पार की लड़ाई को बाध्य होंगे।

पंचायत में ये लोग थे शामिल
संचालन गगन प्रकाश यादव एवं धन्यवाद ज्ञापन कृष्ण प्रसाद पटेल उर्फ छेदी बाबा ने किया। इस दौरान रामजी सिंह पटेल, शशि प्रताप सिंह, सुजीत यादव लक्कड, हरीश मिश्रा, मिठाई लाल, उदय प्रताप पटेल, अमलेश पटेल, योगी राज पटेल, डॉ. विजय नरायण पटेल, मेवा पटेल, लालमनि देवी, जगमनि देवी, पार्वती देवी आदि किसान मौजूद थे। 
 

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