काशी हिंदू विश्वविद्यालय : तीन दिनों से छात्र नेता कर रहा आमरण अनशन, जानिए क्या है मांग

UPT | छात्र नेता का स्वास्थय परीक्षण करते डॉक्टर

Apr 27, 2024 01:46

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर बीते बुधवार से छात्र नेता विवेक सिंह अभिषेक द्वारा अपनी मांग को लेकर आमरण अनशन एवं भूख हड़ताल की जा रही है...

Varanasi News (Surendra Kumar Gupta) : काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर बीते बुधवार से छात्र नेता विवेक सिंह अभिषेक द्वारा अपनी मांग को लेकर आमरण अनशन एवं भूख हड़ताल की जा रही है। विवेक सिंह के नेतृत्व में छात्र मुख्य द्वार बंद किए हुए हैं और भारत माता की जय के नारा लगाते हुए भूख हड़ताल एवं आमरण अनशन पर बैठ गए। शुक्रवार को आमरण अनशन एवं भूख हड़ताल का तीसरा दिन है।

विशाल राष्ट्रीय ध्वज स्थापित करने की मांग 
विश्वविद्यालय परिसर में विशाल राष्ट्रीय ध्वज स्थापित करने के मांग को लेकर छात्र नेता विवेक सिंह ने बहुत दिनों से मुहिम चला रखी है। ज्ञात हो कि भारत के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में विशाल राष्ट्रीय ध्वज स्थापित है, पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय में अभी तक नहीं लग पाया है। विवेक सिंह को आमरण अनशन और भूख हड़ताल पर बैठने के बाद विश्वविद्यालय के अधिकारियों में घबराहट हो गई है।

विवेक सिंह के स्वास्थ्य में गिरावट 
विश्वविद्यालय के अधिकारियों एवं स्थानीय पुलिस अधिकारी द्वारा विवेक सिंह को काफी मान मनौव्वल किया गया, मगर वे नहीं माने। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई एवं लिखित में परिसर के अंदर तिरंगा झंडा स्थापित करने का आदेश नहीं मिलेगा तब तक वे अपना अनशन नहीं तोङेगें। वहीं पिछले तीन दिनों से धरना प्रदर्शन पर बैठे होने के कारण विवेक सिंह अभिषेक का स्वास्थ्य भी अब गिरने लगा है। विवेक सिंह के स्वास्थ्य को देखते हुए बीएचयू के डॉक्टर धरना स्थल पर पहुंचे और उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया।

कई माह से चल रहा आंदोलन 
विवेक सिंह ने कहा कि पिछले कई महीनों से ये आंदोलन लगातार चल रहा है। इस पर एक कमेटी बनाने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन मौन है। उन्होनें कहा कि कुलपति राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान नहीं करते हैं एवं छात्रों के प्रति तानाशाही रवैया अपनाते हैं। विवेक सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुछ अधिकारी कुलपति के चाटुकार हो गए हैं, जो कद्दापि नहीं चाहते कि विश्वविद्यालय की सुंदरता बढे एवं छात्रों-अध्यापकों में राष्ट्र भावना जागृत हो।

Also Read