काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने गीता के उर्दू अनुवाद पर देश में पहला शोध करने की उपलब्धि हासिल की है।
Varanasi News : श्रीमद्भागवत गीता के अनुवाद पर शोध का काम पूरा हो चुका है। गीता का शोध जम्मू के बलविंदर सिंह ने किया है। अब बलविंदर रामायण के उर्दू अनुवाद पर भी शोध करने की तैयारी में है। बलविंदर सिंह ने उर्दू के अनुवाद पर शोध किया है और साथ ही पीएचडी की डिग्री भी हासिल की है।
श्रीमद्भागवत गीता के उर्दू अनुवाद पर शोध
काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने गीता के उर्दू अनुवाद पर देश में पहला शोध करने की उपलब्धि हासिल की है। उर्दू विभाग के शोध छात्र बलविंदर सिंह ने बीएचयू के उर्दू विभाग से श्रीमद्भागवत गीता के उर्दू अनुवाद पर शोध किया है। पिछले महीने ही विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में उन्हें डिग्री भी मिल गई। अब बलविंदर रामायण के उर्दू अनुवाद पर शोध करने की तैयारी कर रहे हैं।
रामायण के उर्दू अनुवाद वाली पुस्तकें
उर्दू विभाग के अध्यक्ष प्रो. आफताब अहमद आफाकी ने बताया कि रामायण के उर्दू अनुवाद पर आधारित पुस्तकों की कई प्रतियां बीएचयू की सेंट्रल लाइब्रेरी में रखी हैं। विभाग के पूर्व आचार्य प्रो. हुकुम चंद्र नैयर की पहल पर इन पुस्तकों को काशी हिंदू विश्वविद्यालय में मंगवाया गया था। आज भी यूजी, पीजी के साथ ही शोध के छात्र इन पुस्तकों का अध्ययन करते हैं।