Varanasi News : लोलार्क कुंड पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, सुरक्षा के किए गए कड़े इंतजाम

UPT | वाराणसी का लोलार्क कुंड

Sep 08, 2024 12:03

वाराणसी के प्रसिद्ध लोलार्क कुंड पर होने वाले वार्षिक स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ पहले ही जुटनी शुरू हो गई है। नौ सितंबर को मनाई जाने वाली लोलार्क षष्ठी के स्नान के लिए श्रद्धालु शनिवार शाम से ही कुंड के आसपास इकट्ठा होने लगे।

Varanasi News : वाराणसी के प्रसिद्ध लोलार्क कुंड पर होने वाले वार्षिक स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ पहले ही जुटनी शुरू हो गई है। नौ सितंबर को मनाई जाने वाली लोलार्क षष्ठी के स्नान के लिए श्रद्धालु शनिवार शाम से ही कुंड के आसपास इकट्ठा होने लगे। श्रद्धालु लगभग 24 घंटे पहले से ही बैरिकेडिंग में अपनी जगह लेने के लिए कतारबद्ध हो गए, जिससे लोलार्क कुंड और आसपास का क्षेत्र पूरी तरह से श्रद्धालुओं से भर गया। मेले का क्षेत्र दुकानों और खाने-पीने की स्टॉलों से सज चुका है, जिससे वहां एक उत्सव का माहौल बना हुआ है।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
शनिवार को अपर पुलिस आयुक्त एस चनप्पा और काशी जोन के डीसीपी गौरव बंशवाल ने लोलार्क कुंड का निरीक्षण किया। उन्होंने मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की। इस बार प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। कुंड में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग द्वार बनाए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं का प्रवाह सुचारु रहे और किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।

प्रशासन की तैयारी
सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल की व्यापक तैनाती की गई है। इस बार मेले की सुरक्षा के लिए पांच एडिशनल एसपी, 8 क्षेत्राधिकारी, 14 निरीक्षक, 40 उपनिरीक्षक, 200 पुलिसकर्मी, 100 महिला पुलिसकर्मी, एक कंपनी पीएसी और एक कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई हैं। इसके साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स की भी मदद ली जा रही है, जो मेला क्षेत्र की निगरानी में अहम भूमिका निभाएगी। कुंड के भीतर एनडीआरएफ और जल पुलिस के जवान तैनात रहेंगे, जो आपात स्थिति में तुरंत मदद के लिए तत्पर होंगे। साथ ही, मेला क्षेत्र में वालंटियर भी श्रद्धालुओं की सहायता के लिए मौजूद रहेंगे।

सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी
भीड़ की निगरानी के लिए मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है। इनसे मेले के हर कोने पर प्रशासन की नजर बनी रहेगी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को समय रहते रोका जा सके। साथ ही, यातायात को सुगम बनाने के लिए वन-वे ट्रैफिक की व्यवस्था लागू की गई है। आने और जाने के लिए अलग-अलग मार्ग निर्धारित किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी न हो।

श्रद्धालुओं की भीड़
शनिवार की दोपहर से ही श्रद्धालु स्नान के लिए कुंड के पास पहुंचने लगे थे। रात के समय भी श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती रही। रविवार की मध्यरात्रि के बाद स्नान आरंभ हो जाएगा और यह सिलसिला दिन भर चलता रहेगा। नगर निगम की ओर से श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है, जैसे कि बैरिकेडिंग के ऊपर धूप से बचने के लिए पर्दे लगाए गए हैं, जिससे उन्हें कोई असुविधा न हो।

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