बीएचयू में पीएचडी एडमिशन का बदला पैटर्न : NET-JRF के आधार पर होगा चयन, संबद्ध कॉलेजों में भी बढ़ेंगी सीटें

UPT | बनारस हिंदू विश्वविद्यालय

Nov 12, 2024 21:01

बीएचयू में 2024 सत्र के लिए पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है, जिसमें कुल 1400 सीटें आवंटित की गई हैं। एनटीए ने बीएचयू के परीक्षा नियंता विभाग को एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) का प्रोफॉर्मा भेजा है...

Short Highlights
  • बीएचयू पीएचडी में नया फॉर्मूला
  • अब हर शिक्षक को मिलेगा एक स्कॉलर
  •  रिकॉर्ड 1400 पीएचडी सीटों पर होगा एडमिशन
Varanasi News : बीएचयू (बनारस हिंदू विश्वविद्यालय) में 2024 सत्र के लिए पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है, जिसमें कुल 1400 सीटें आवंटित की गई हैं। एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) ने बीएचयू के परीक्षा नियंता विभाग को एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) का प्रोफॉर्मा भेजा है, जिसकी आधिकारिक प्रक्रिया जारी है। प्रोफॉर्मा की कार्रवाई पूरी होने के बाद, एनटीए नेट-जेआरएफ (नेट और जूनियर रिसर्च फेलोशिप) क्वालिफाइड अभ्यर्थियों का डेटा बीएचयू के साथ साझा करेगा, जो अगले 10 से 15 दिनों में होने की उम्मीद है।

संबद्ध कॉलेजों में बढ़ाई जाएंगी सीटें
इस साल, बीएचयू के संबद्ध कॉलेजों में भी 150 से अधिक सीटें बढ़ाई जाएंगी। इन सीटों का विवरण फिलहाल परीक्षा नियंता कार्यालय को नहीं मिला है, लेकिन एकेडमिक काउंसिल की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि प्रत्येक कॉलेज के हर शिक्षक को एक पीएचडी स्कॉलर दिया जाएगा। इससे पहले, हर कॉलेज से सिर्फ पांच पीएचडी छात्रों को ही एडमिशन दिया जाता था। यह नया बदलाव अधिक छात्रों को अवसर प्रदान करेगा, जिससे पीएचडी कार्यक्रम में विविधता और गुणवत्ता बढ़ेगी।



कुछ दिन में जारी होंगे बुलेटिन
एनटीए ने अभी तक किसी भी विश्वविद्यालय को नेट-जेआरएफ क्वालिफाइड अभ्यर्थियों का डेटा प्रदान नहीं किया है और बीएचयू के परीक्षा नियंता कार्यालय के अनुसार, अगले कुछ दिनों में बुलेटिन जारी होने की उम्मीद है। यह डेटा साझा होने के बाद ही उम्मीदवारों के चयन और एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होगी।

पीएचडी उम्मीदवारों को करना होगा इंतजार
नेट-जेआरएफ परीक्षा का परिणाम पिछले महीने घोषित किया गया था, जिसके बाद एनटीए को एमओयू प्रोफॉर्मा और योग्य अभ्यर्थियों का डेटा बीएचयू को भेजना था। हालांकि, प्रक्रिया में देरी हो रही है और अब तक यह डेटा बीएचयू को प्राप्त नहीं हो पाया है। इसके चलते, पीएचडी के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को अगले कुछ दिनों तक और इंतजार करना पड़ेगा, जब तक डेटा साझा नहीं किया जाता और बुलेटिन जारी नहीं हो जाता।

एडमिशन प्रक्रिया में बदलाव
बीएचयू में इस बार पीएचडी एडमिशन की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए गए हैं। पहले की तरह, इस बार पीएचडी के चयन के लिए विश्वविद्यालय की रिसर्च एंट्रेंस टेस्ट (रेट) की बजाय, एनटीए की परीक्षा को आधार बनाया जाएगा। बीएचयू में दो प्रकार के चयन होंगे—नेट क्वालिफाइड उम्मीदवारों का चयन नेट और इंटरव्यू के अंकों के आधार पर किया जाएगा, जबकि जेआरएफ उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा। 

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