जुआ केस में इंस्पेक्टर पर विभागीय जांच में आरोप सही मिले : दोस्त के साथ लूटे थे 41 लाख रुपये, सीसीटीवी में कैद हुई घटना

UPT | जुआ केस में विभागीय जांच में दोषी साबित हुए इंस्पेक्टर परम हंस गुप्ता

Dec 18, 2024 14:44

वाराणसी जिले के सारनाथ थाना क्षेत्र में स्थित रुद्रा हाइट्स अपार्टमेंट से 41 लाख रुपये की लूट के मामले में निलंबित इंस्पेक्टर परम हंस गुप्ता को ...

Varanasi News : वाराणसी जिले के सारनाथ थाना क्षेत्र में स्थित रुद्रा हाइट्स अपार्टमेंट से 41 लाख रुपये की लूट के मामले में निलंबित इंस्पेक्टर परम हंस गुप्ता को विभागीय जांच में आरोपी पाया गया है। आरोप है कि उन्होंने जुआ खेलने की सूचना पर सरकारी जीप में अपने दोस्त धर्मेंद्र कुमार चौबे के साथ अपार्टमेंट में पहुंचकर कानूनी कार्रवाई का डर दिखाकर 41 लाख रुपये की लूट की थी। विभागीय जांच रिपोर्ट एडीसीपी वरुणा जोन सरवणन टी ने पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल को सौंप दी है। हालांकि, एक महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन आरोपी इंस्पेक्टर अब तक गिरफ्तार नहीं हो सका है।

यह है पूरा मामला
7 नवंबर की रात निलंबित इंस्पेक्टर परम हंस गुप्ता और उनका दोस्त धर्मेंद्र कुमार चौबे रुद्रा हाइट्स अपार्टमेंट में पहुंचे। यहां कुछ व्यापारी जुआ खेल रहे थे। इंस्पेक्टर के दोस्त ने खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताते हुए कानूनी कार्रवाई का डर दिखाया और दोनों ने मिलकर मौके से 41 लाख रुपये लूट लिए। घटना के दौरान अपार्टमेंट के सीसीटीवी कैमरों में दोनों की तस्वीरें कैद हो गईं। पुलिस आयुक्त ने मामले की जांच शुरू की जिसके बाद परम हंस गुप्ता की भूमिका सामने आई। जांच रिपोर्ट में यह पाया गया कि परम हंस ने जुआ खेलने की सूचना अपने उच्चाधिकारियों को नहीं दी और सरकारी जीप में एक प्राइवेट व्यक्ति को लेकर अपार्टमेंट पहुंचे थे। उन्होंने न तो उच्चाधिकारियों को मामले की सूचना दी न ही पुलिस जांच में सहयोग किया।



निलंबन और गिरफ्तारी
पुलिस आयुक्त ने 10 नवंबर को परम हंस गुप्ता को निलंबित कर दिया था। 14 नवंबर को उनके और उनके साथी धर्मेंद्र कुमार चौबे के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। हालांकि आरोपी इंस्पेक्टर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। मुकदमे की विवेचक ने एक महीने बाद भी आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट के लिए अदालत में अर्जी नहीं दी है। इस मामले में पुलिस ने धर्मेंद्र को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन परम हंस गुप्ता की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है।

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