विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन की नई व्यवस्था : सुरक्षा को किया सख्त, ऐसा होगा जलधरी का नया डिजाइन

UPT | काशी विश्वनाथ मंदिर

Oct 14, 2024 13:51

काशी विश्वनाथ मंदिर में लंबे समय के बाद स्पर्श दर्शन फिर से शुरू हो गया है। इस बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सख्त नियम लागू किए गए हैं। मंदिर प्रशासन ने निर्णय लिया है कि श्रद्धालुओं को गर्भगृह...

Varanasi News : काशी विश्वनाथ मंदिर में लंबे समय के बाद स्पर्श दर्शन फिर से शुरू हो गया है। इस बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सख्त नियम लागू किए गए हैं। मंदिर प्रशासन ने निर्णय लिया है कि श्रद्धालुओं को गर्भगृह में एक-एक करके ही प्रवेश दिया जाएगा। यह निर्णय हाल ही में हुई एक घटना के बाद लिया गया। जिसमें दो श्रद्धालु अरघे में गिर गए थे।

ऐसे करेंगे श्रद्धालु विश्वनाथ के दर्शन
इस नई व्यवस्था के तहत गर्भगृह में दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं को अब डेढ़ फीट के अरघे के माध्यम से ही प्रवेश मिलेगा। इससे न केवल बाबा विश्वनाथ के विग्रह की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से भी बचा जा सकेगा। साथ ही झांकी दर्शन के लिए जलधरी का डिज़ाइन भी बदला जा रहा है। स्थायी जलधरी का उपयोग किया जाएगा। इससे बार-बार जलधरी को लगाने और हटाने की आवश्यकता नहीं होगी। 



हर दो घंटे में बदली जाएगी पुलिस कर्मियों की ड्यूटी
मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी भी अब हर दो घंटे में बदली जाएगी, इससे मंदिर की सुरक्षा और पुख्ता होगी। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि  इस नई व्यवस्था का उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से दर्शन कराना है। सात अक्तूबर को मंदिर में स्पर्श दर्शन के दौरान दो श्रद्धालुओं के अरघे में गिरने की घटना के बाद मंदिर प्रशासन ने यह बदलाव किया है।

मंदिर में नियमों का पालन करें श्रद्धालु
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे निर्धारित समय पर आएं और नियमों का पालन करें, ताकि सभी को दर्शन का अवसर मिल सके। इस बदलाव के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन की प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।

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