वाराणसी में यूपी शिक्षक संघ की मांग : पुरानी पेंशन बहाली और नए शिक्षा अधिनियम में संशोधन

UPT | यूपी शिक्षक संघ ने दिया धरना

Oct 04, 2024 18:55

यह प्रदर्शन संगठन की प्रदेशीय संघर्ष समिति द्वारा विभिन्न मंडलों में चल रहे आंदोलनों के तहत किया गया। धरने की अध्यक्षता मंडलीय अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह ने की...

Short Highlights
  • वाराणसी में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ का धरना
  • पुरानी पेंशन को बहाल करने की उठाई मांग
  • नई शिक्षा अधिनियम 2023 का जिक्र
Varanasi News : यूपी के वाराणसी में, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के शर्मा गुट ने संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय पंचम मंडल पर अपनी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया। यह प्रदर्शन संगठन की प्रदेशीय संघर्ष समिति द्वारा विभिन्न मंडलों में चल रहे आंदोलनों के तहत किया गया। धरने की अध्यक्षता मंडलीय अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में सुरेश कुमार त्रिपाठी और पूर्व एमएलसी और प्रदेश अध्यक्ष उपस्थित रहे।

पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने की मांग
धरने के दौरान सुरेश कुमार त्रिपाठी ने सरकार की शिक्षकों के प्रति उदासीनता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था को तुरंत बहाल किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि शिक्षकों की सेवा शर्तों को, जिन्हें उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की धारा 12, 18 और 21 के तहत संगठन ने संघर्ष के माध्यम से प्राप्त किया था, नई शिक्षा अधिनियम 2023 में शामिल किया जाए।



कई अन्य मुद्दों को उठाया
धरने में चिकित्सा सुविधाओं की बहाली, वित्तविहीन शिक्षकों को समान वेतन देने और 2000 से पहले नियुक्त तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई। वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पूर्व एमएलसी डॉ. प्रमोद कुमार मिश्र ने कहा कि सरकार शिक्षकों के प्रति संवेदनशील नहीं है और उन्होंने कहा कि शिक्षकों की पूरी समुदाय एनपीएस और यूपीएस को स्वीकार नहीं करेगी।

धरने में ये हुए शामिल
इस दौरान, धरने में महामंत्री नरेंद्र वर्मा, पूर्व महामंत्री इंद्रासन सिंह, हाजी दीवान साहेब ज़मां खां, महासचिव टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया, उपाध्यक्ष डॉ. देव भास्कर तिवारी, आय व्यय निरीक्षक मुन्नू यादव, प्रदेशीय मंत्री चौधरी दिनेश चंद्र राय, अनिल कुमार उपाध्याय, डॉ० अक्षयबर नाथ द्विवेदी, राणा प्रताप सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, माया शंकर यादव, रामकुमार नारायण उपाध्याय एवं विनोद शंकर पांडे और अन्य कई महत्वपूर्ण सदस्य मौजूद थे। 

ये भी पढ़ें- हापुड़ की गत्ता फैक्ट्री में अचानक लगी आग : काबू पाने में जुटा दमकल विभाग, बड़े नुकसान की आशंका

Also Read