Agra News : शिक्षिका की मौत के बाद एक और डिजिटल अरेस्ट, पूर्व प्राचार्य दे बैठीं दो लाख रुपये 

UPT | साइबर ठगी का शिकार पूर्व प्राचार्य सरोज भार्गव।

Oct 04, 2024 16:58

ताज नगरी में डिजिटल अरेस्ट के केस तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। आगरा पुलिस की तमाम कवायदें भी लोगों को साइबर अपराधियों से नहीं बचा पा रही हैं। एक शिक्षिका की डिजिटल अरेस्ट से मौत हो चुकी है। अब एक और मामला सामने...

Agra News : ताज नगरी में डिजिटल अरेस्ट के केस तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। आगरा पुलिस की तमाम कवायदें भी लोगों को साइबर अपराधियों से नहीं बचा पा रही हैं। एक शिक्षिका की डिजिटल अरेस्ट से मौत हो चुकी है। अब एक और मामला सामने आने से पुलिस के होश फ़ाख्ता हो गए हैं। बैकुंठी देवी डिग्री कॉलेज की पूर्व प्राचार्य के साथ भी ठगी का मामला सामने आया है। साइबर अपराधियों ने पूर्व प्राचार्य को धमकाते हुए कहा कि आपका एक पासपोर्ट पुलिस के हाथ लगा है, जो मलेशिया से प्राप्त हुआ है। उसमें कई आधार कार्ड, पासपोर्ट एवं ड्रग्स हैं। साइबर ठगों ने पूर्व प्राचार्य को गिरफ्तारी और जान का खतरा बताया। इससे पूर्व प्राचार्य बुरी तरह भयभीत हो गईं और साइबर ठगों के चुंगल में फंस गई। बस फिर क्या था, पूर्व प्राचार्य डिजिटल अरेस्ट होकर साइबर ठगों को दो लाख रुपये दे बैठीं। दो लाख रुपये मिलने के बाद साइबर अपराधियों ने उनसे और रुपयों की मांग की। इसके बाद पूर्व प्राचार्य ने पुलिस का सहारा लिया और पूरी घटना की जानकारी दी। 

क्या है पूरा मामला
30 सितंबर को थाना जगदीशपुर के अलबतिया रोड स्थित सुभाष नगर की रहने वाली शिक्षिका मालती वर्मा को साइबर अपराधियों ने डिजिटल अरेस्ट कर लिया था। उनको बताया गया था कि उनकी बेटी सेक्स स्कैंडल में पकड़ी गई है। यह जानकारी मिलने के बाद शिक्षिका सदमे में आ गई और उनकी मौत हो गई। इसी दिन 30 सितंबर को बैकुंठी देवी डिग्री कॉलेज की पूर्व प्राचार्य सरोज भार्गव को भी साइबर अपराधियों ने 8 घंटे के लिए डिजिटल अरेस्ट कर लिया था। 30 सितंबर की शाम को ही उनके पास पुलिस की फोटो वाला एक कॉल आया था। जिसमें उन्हें बताया गया था कि वह पुलिस अधिकारी बोल रहा है और उनका नाम सुनील कुमार है। उन्होंने बताया कि मलेशिया से एक पार्सल आया है, जो कि उनका है। उस पार्सल में तमाम फर्जी पासपोर्ट, एटीएम कार्ड एवं ड्रग्स है। इसे पुलिस ने अपनी कस्टडी में ले लिया है। 

पुलिस अफसर बनकर दी दी धमकी
डिग्री कॉलेज की पूर्व प्राचार्य सरोज भार्गव ने बताया कि फोन पर बात करने वाला व्यक्ति खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए कह रहा था कि आप बहुत बड़ी परेशानी में फंस चुकी हैं। आपकी कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है। मैं आपको अभी भी इतनी बड़ी मुसीबत से बचा सकता हूं। बस आपको मुझे दो लाख रुपये का भुगतान करना होगा, अगर आपको पुलिस कार्रवाई से बचाना है तो मुझे तुरंत दो लाख रुपये भेज दें। फोन पर मिली इस जानकारी के बाद पूर्व प्राचार्य बुरी तरह घबरा गईं, क्योंकि फ़ोन पर बात करने वाला व्यक्ति पुलिसकर्मी के रूप में बार-बार गिरफ्तारी की धमकी दे रहा था। सरोज भार्गव ने बताया कि 30 सितंबर की शाम 4:00 बजे फोन पर जो बात शुरू हुई वह देर रात 12:00 तक चलती रही। फोन करने वाला व्यक्ति लगातार धमकी दे रहा था कि अगर उसने उनका फोन काटा तो उन्हें एवं उनके परिवार को तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 

डरकर ट्रांसफर किए दो लाख रुपये
सरोज भार्गव ने बताया कि पूरे प्रकरण के बाद वह बहुत घबरा गईं। उसने बताया कि आप बहुत बुरी मुसीबत में फंसने वाली हैं, आपको सजा होगी, गिरफ्तारी होगी। मलेशिया में यह बहुत बड़ा अपराध है। वहां पर ऐसे कई लोगों को सजा मिली है, जो अब जेल की सलाखों में हैं। वहां पर लोगों के शरीर के अंग भी काट लिए जाते हैं। इस जानकारी के बाद बहुत घबरा गईं। इसके बाद उनसे खातों की डिटेल ली और अगले दिन उन्होंने साइबर ठगों के खाते में दो लाख रुपये भेज दिए। 

पुलिस ने दिया मदद का भरोसा
इस प्रकरण में पीड़िता सरोज भार्गव ने सहायक पुलिस आयुक्त लोहामंडी मयंक तिवारी को तहरीर दी है। एसीपी लोहामंडी ने उन्हें आश्वस्त किया है कि उनकी पूरी मदद की जाएगी। अब देखना होगा कि लगातार आगरा में हो रहे साइबर फ्रॉड के मामलों पर आगरा पुलिस किस तरह विराम लगाती है। 

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