बसपा को लगा बड़ा झटका : मतदान के दो दिन पहले कमलकांत उपमन्यु ने दिया इस्तीफा, बताई यह वजह...

UPT | कमलकांत उपमन्यु ने दिया इस्तीफा

Apr 23, 2024 20:35

मथुरा में लोकसभा चुनाव से पहले बसपा को बहुत बड़ा झटका लगा है। मथुरा से टिकट कटने के बाद बसपा नेता कमलकांत उपमन्यु ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है...

Short Highlights
  • टिकट कटने के बाद कमलकांत उपमन्यु ने पार्टी से दिया इस्तीफा
  • बसपा ने ब्राह्मण को टिकट देने के बाद वापस छीन लिया : उपमन्यु
  • बसपा की सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने का निर्णय लिया है 
Mathura News : मथुरा में लोकसभा चुनाव से पहले बसपा को बहुत बड़ा झटका लगा है। मथुरा से टिकट कटने के बाद बसपा नेता कमलकांत उपमन्यु ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पूर्व प्रत्याशी कमलकांत उपमन्यु का कहना है कि जिले के लोगों में खासकर ब्राह्मण समाज के लोग नाराज हैं। उनका कहना है कि बसपा ने ब्राह्मण को टिकट देने के बाद वापस छीन लिया। यह समाज का अपमान है।

सुरेश सिंह ने नहीं किया कभी संपर्क
अनौपचारिक पत्रकार वार्ता करते हुए कमलकांत उपमन्यु ने कहा कि बसपा प्रत्याशी घोषित किए हैं उन्होंने आज तक ना मुझसे संपर्क किया है। मुझे यह बात भी अखर रही है कि टिकट कटी फिर भी मैं बसपा में हूं तो उन्होंने संपर्क क्यों नहीं किया इसलिए मेरा बसपा की सक्रिय राजनीति में रहने का अब कोई औचित्य शेष नहीं रहा है। इसलिए मैने बसपा की सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने का निर्णय लिया है।

कुछ लोगों ने टिकट को कटवा दिया
उन्होंने कहा कि 1999 में बसपा के संस्थापक अध्यक्ष कांशीराम एवं मायावती ने मथुरा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का प्रत्याशी बनाया था। उस समय त्रिकोणीय चुनाव में कुछ हजार वोटों से हार हुई थी। ठीक 25 साल बाद मायावती ने बुलाकर पुनः मात्र संसदीय क्षेत्र से लोकसभा प्रत्याशी बनाया था। कुछ लोगों को यह बात अखरने लगी। इसलिए टिकट कटवाई गई।

कमलकांत उपमन्यु का टिकट काटकर सुरेश सिंह को टिकट दिया
बसपा ने पहले मथुरा से कमलकांत उपमन्यु को अपना उम्मीदवार बनाया था। उसके बाद मायावती की पार्टी ने कमलकांत उपमन्यु का टिकट काटकर सुरेश सिंह को टिकट दिया था। बसपा ने 3 मार्च को अपनी तीसरी लिस्ट जारी की थी, जिसमें लखनऊ से बसपा ने सरवर मलिक और मथुरा सीट से बसपा ने सुरेश सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया था।

कमलकांत उपमन्यु को इस साल मिला था टिकट
मथुरा के पूर्व पार्षद कमलकांत अधिवक्ता भी हैं। वर्ष 1999 में बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें मथुरा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का प्रत्याशी बनाया था। उस समय भाजपा के चौधरी तेजवीर सिंह लगातार तीसरी बार सांसद बने थे। तब चौधरी तेजवीर सिंह को 210212 मत मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे रालोद के रामेश्वर सिंह को 168485 मत मिले। जबकि तीसरे नंबर पर रहे कमलकांत को 118720 मत मिले थे।

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