Agra News :  बेंडर्स डेवलपमेंट और इंडस्ट्रियल प्रदर्शनी, वेंडर्स को काम देने में भूमिका निभा रही एमएसएमई यूनिट

UPT | आगरा में बेंडर्स डेवलपमेंट और इंडस्ट्रियल प्रदर्शनी।

Feb 24, 2024 16:13

केंद्र और राज्य सरकार युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए तमाम कोशिशें कर रही हैं। युवाओं, महिलाओं, पिछड़ों एवं अन्य वर्गों के लिए एमएसएमई एक ऐसी संस्था है, जो मार्गदर्शन ही नहीं, बल्कि उन्हें...

Agra News : केंद्र और राज्य सरकार युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए तमाम कोशिशें कर रही हैं। युवाओं, महिलाओं, पिछड़ों एवं अन्य वर्गों के लिए एमएसएमई एक ऐसी संस्था है, जो मार्गदर्शन ही नहीं, बल्कि उन्हें एक बड़ा कारोबारी बनाकर दूसरों को रोजगार देने का माध्यम बना रही है। आगरा परिक्षेत्र में एमएसएमई ने ऐसी तमाम यूनिटों को सफलतापूर्वक चलाकर यह साबित किया है एमएसएमई सिर्फ नाम के लिए ही संस्था नहीं है, बल्कि युवाओं को जागरूक करने साथ-साथ उन्हें एक बड़ा कारोबारी भी बना रही है।

स्थानीय वेंडर्स के लिए असीम संभावनाएं
एमएसएमई आगरा परिक्षेत्रीय कार्यालय की ओर से आगरा कैंट पर प्रदर्शनी लगाई गई है। जिसमें सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग से जुड़े कारोबारियों के लिए नए रास्ते एवं उन्हें नई जानकारी देने का प्रयास किया गया है। बेंडर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम एवं इंडस्ट्रियल एग्जिबिशन के माध्यम से एमएसएमई द्वारा बताया जा रहा है कि भारत सरकार उनके लिए बहुत कुछ कर रही है। बेंडर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम एवं एग्जीबिशन में मथुरा रिफाइनरी, उत्तर मध्य रेलवे, एनटीपीसी नरोरा, सहित तमाम सरकारी संस्थानों ने भी कारोबारी को बताया कि उनके यहां स्थानीय वेंडर्स के लिए असीम संभावनाएं हैं। बेंडर्स को सिर्फ उन्हें उनके मापदंडों के अनुसार कलपुर्जों का निर्माण करना है। सेमिनार में पहुंचे सरकारी संस्थाओं के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें कल पुर्जों के लिए दक्षिण एवं अन्य राज्यों की तरफ करना पड़ता है। अगर उन्हें उनके मापदंडों अनुरूप कल पुर्जे आगरा परिक्षेत्र में मिल जाएं तो उन्हें अन्य राज्यों या विदेश से आयात करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

स्थानीय कारोबारियों को मिलेगा लाभ
एमएसएमई के उपनिदेशक बृजेश यादव ने बताया कि अगर सरकारी संस्थाएं भारत से ही कल पुर्जे एवं अन्य टूल्स की खरीदारी करेंगी तो हमारा रुपया तो मजबूत होगा ही, इसके साथ ही स्थानीय कारोबारी को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि रेलवे जूता सहित तमाम उपकरण दक्षिणी राज्यों से टेंडर के माध्यम से प्राप्त करता है। जबकि आगरा और कानपुर जूतों की सबसे बड़ी मंडी है। बावजूद इसके रेलवे के मापदंडों के अनुकूल जूता उपलब्ध न होना दर्शता है कि यहां पर रेलवे के मापदंडों के अनुसार जूतों का निर्माण नहीं होता। जूतों के साथ-साथ रेलवे अन्य टूल्स भी अन्य राज्यों से खरीदता है। अगर यह सब पश्चिमी उत्तर प्रदेश से मिल जाएं तो यहां के कारोबारी को बहुत फायदा होगा।

ये है सरकार की योजना
बृजेश यादव ने बताया कि इस औद्योगिक प्रदर्शनी में 50 से अधिक स्टॉल्स लगे हैं, जिसमें 10 रेलवे के हैं। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्रियल प्रदर्शनी में एनटीपीसी रिफायनरी, एयर फोर्स आदि ने रुचि दिखाई है। उन्होंने कहा कि कारोबारी सरकारी संस्थाओं के पोर्टल पर जाकर खुद को पंजीकृत टेंडरिंग कर सकते हैं। यही नहीं, अगर उनके प्रोडक्ट में कोई परिवर्तन करना है, उसमें बदलाव कर सरकारी संस्था को बेचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि 25% की खरीद एमएसएमई सेक्टर से की जाएगी। यह भारत सरकार का एक बड़ा निर्णय है।

युवाओं के लिए खुलेगा रोजगार का रास्ता
प्रदर्शनी में पहुंचे राष्ट्रीय एससी/एसटी हब के वरिष्ठ प्रबंधक पुष्पेंद्र सूर्यवंशी ने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम छोटे एंटरप्रेन्योर को प्रोत्साहित करना है। दो दिवसीय औद्योगिक प्रदर्शनी के माध्यम से वेंडर्स को यह बताना है कि जो सरकारी खरीद में प्रतिभाग करना चाहते हैं, वे टेंडर की प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। भारत सरकार ने विशेष कैटेगरी के बेंडर्स को चार प्रतिशत की रियायत दी है। नरोरा एटॉमिक पावर सेंटर से आए मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि हमारा प्रयास है कि ऐसी इंडस्ट्रियल प्रदर्शनी में आए हुए वेंडर्स के साथ बातचीत कर उन्हें सरकारी टेंडर की तरफ आकर्षित करें। उन्होंने बताया कि नरोरा एटॉमिक पावर सेंटर में 40% एमएसएमई सेक्टर के बेंडर्स को टेंडर दिया जा रहा है। हम इस सेक्टर में और अधिक भागीदारी बनाना चाहते हैं। दो दिवसीय बेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम और इंडस्ट्रियल एग्जीबिशन में 50 से अधिक यूनिट से यहां पर आईं हैं। अगर यहां के स्थानीय वेंडर्स को काम मिलेगा तो युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।   

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