Hathras Kand SIT Report : हाथरस मामले में SIT ने सीएम योगी को सौंपी 15 पन्नों की रिपोर्ट, 100 लोगों के बयान शामिल

UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

Jul 05, 2024 18:11

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस रिपोर्ट को 24 घंटे के भीतर तैयार करने का निर्देश दिया था। एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर के नेतृत्व में तैयार की गई यह 15 पन्नों की रिपोर्ट में जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक सहित लगभग 100 लोगों के बयान शामिल किए गए हैं।

Hathras Stampede SIT Report : उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भीषण भगदड़ त्रासदी की जांच के लिए गठित एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है। यह रिपोर्ट शुक्रवार सुबह उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह द्वारा मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग पर प्रस्तुत की गई।

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15 पन्नों की रिपोर्ट में 100 लोगों के बयान शामिल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस रिपोर्ट को 24 घंटे के भीतर तैयार करने का निर्देश दिया था। एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर के नेतृत्व में तैयार की गई यह 15 पन्नों की रिपोर्ट में जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक सहित लगभग 100 लोगों के बयान शामिल किए गए हैं। एसआईटी ने इस दुर्घटना के कारणों और अत्यधिक भीड़ के संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों, आयोजकों और सेवादारों से पूछताछ करके महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र की है।



रिपोर्ट में राजनीतिक व्यक्तियों के भी नाम शामिल
सूत्रों के अनुसार, इस रिपोर्ट में कुछ राजनीतिक व्यक्तियों के नाम शामिल हैं, जिनके चुनाव में कथित तौर पर भोले बाबा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। रिपोर्ट में उन सभी पहलुओं का विवरण दिया गया है, जिनसे बाबा का संबंध होने का दावा किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, रिपोर्ट में एक संभावित राजनीतिक षड्यंत्र की ओर इशारा किया गया है और कुछ स्थानीय नेताओं की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं।

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आयोजकों की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल 
रिपोर्ट में आयोजकों और सेवादारों की भूमिका पर भी गंभीर प्रश्न उठाए गए हैं। विशेष रूप से, सत्संग में उपस्थित लोगों की संख्या का सही अनुमान न लगा पाने के लिए वहां तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए गए हैं।

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खुद सीएम गए थे हाथरस
इससे पहले, बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं हाथरस का दौरा किया था। उन्होंने घायलों और मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। इस दौरान उन्होंने इस घटना में एक संभावित साजिश की आशंका भी व्यक्त की थी। मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि जब स्थिति बिगड़ी, तो बाबा के सेवादार भी वहां से भाग गए।

न्यायिक जांच दिए थे आदेश 
हाथरस कांड की न्यायिक जांच के आदेश भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं। इससे पहले, एसडीएम की रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि भोले बाबा के सत्संग में केवल 80,000 लोगों के शामिल होने की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन वास्तव में ढाई लाख से अधिक लोग पहुंच गए। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया था कि आयोजन की पूरी जिम्मेदारी बाबा के सेवादारों ने ली थी और पुलिसकर्मियों को उनके निर्धारित स्थानों से हटा दिया गया था।

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हादसे में 123 लोगों की मौत
इस बीच, हाथरस त्रासदी में मृतकों की संख्या बढ़कर 123 हो गई है। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी अलीगढ़ और हाथरस का दौरा किया, जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनके दुख में सहभागिता व्यक्त की। राहुल गांधी ने इस अवसर पर प्रदेश सरकार से पीड़ितों को शीघ्र मुआवजा देने की मांग की।

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पीड़ित परिवार से मिले राहुल
जानकारी के अनुसार, हाथरस हादसे में मंजू देवी और उनके बेटे की मौत हो गई थी। राहुल ने हादसे के बारे में जानकारी ली। पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मंजू देवी की बेटी ने कहा, 'मेडिकल में लापरवाही हुई है। हमारी जिस तरह मदद होनी चाहिए थी, वैसे मदद नहीं हुई। राहुल सर ने कहा कि पार्टी के लोग आपकी मदद करेंगे। बिल्कुल टेंशन न लो, हम हैं। उन्होंने कहा कि अब वो हमारे परिवार के सदस्य हैं।' परिवार ने बताया कि सत्संग में कोई इंतजाम नहीं था, इस वजह से वहां भगदड़ मची। राहुल गांधी पिलखना गांव में ही दो और परिवार शांति देवी और प्रेमवती के घर भी पहुंचे।

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