Loksabha Election 2024 : मायावती का साथ छोड़ पकड़ा मोदी का हाथ, अब रितेश पांडेय को मिला सांसदी का टिकट

UPT | रितेश पांडेय

Mar 02, 2024 20:08

रितेश पांडेय बहुजन समाज पार्टी  से पर साल 2019 में अंबेडकर नगर से सांसद बने थे। उनका परिवार भी राजनीति से ताल्लुक रखता है। उनके पिता राकेश पांडेय पूर्व सांसद रहे हैं...

Short Highlights
  • रितेश पांडेय बहुजन समाज पार्टी  से पर साल 2019 में अंबेडकर नगर से सांसद बने थे।
  • रितेश पांडेय ने विदेश से पढ़ाई की है। साथ ही उन्होंने इंग्लैंड मूल की लड़की से शादी की है।
Ambedkar Nagar News : मायावती की पार्टी बसपा को छोड़कर अंबेडकरनगर के सांसद रितेश पांडेय ने भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर लिया  था। उन्होंने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की मौजूदगी में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन किया था । इससे पहले उन्होंने मायावती को चिट्ठी लिखकर बसपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने पार्टी पर आरोप लगाया था कि उन्हें पार्टी नजरअंदाज कर रही है। साथ ही उन्हें ऐसा लग रहा है कि पार्टी के भीतर उनकी जरूरत खत्म हो गई है।

कौन हैं रितेश पांडेय
रितेश पांडेय बहुजन समाज पार्टी से पर साल 2019 में अंबेडकर नगर से सांसद बने थे। उनका परिवार भी राजनीति से ताल्लुक रखता है।उनके पिता राकेश पांडेय पूर्व सांसद रहे हैं और फिलहाल जलालपुर विधानसभा सीट से सपा के विधायक हैं। रितेश पांडेय ने विदेश से पढ़ाई की है। साथ ही उन्होंने इंग्लैंड मूल की लड़की से शादी की है।

 सांसद से पहले रहे हैं विधायक
रितेश पांडेय जलालपुर विधानसभा सीट से बीएसपी के विधायक भी रहे हैं। साल 2017 में वो विधायक बने थे। जिसके बाद साल 2019 में बीएसपी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में अंबेडकरनगर से टिकट दिया था। इस चुनाव में उन्हें जीत मिली थी।

मायावती की नाराजगी का कारण
बता दें कि बीते विधानसभा चुनाव में रीतेश के पिता पूर्व सांसद राकेश पांडेय ने बसपा छोड़कर सपा ज्वाइन कर लिया था। वे सपा के टिकट पर जलालपुर से विधायक भी चुन लिए गए। इसी घटनाक्रम के बाद बसपा प्रमुख रीतेश से भी नाराज चल रही थीं। उन्हें पार्टी के संसदीय दल के नेता पद से हटा दिया। नतीजा यह हुआ कि पार्टी के कार्यक्रमों आदि से भी उनकी दूरी बन गई। अब रीतेश के बीजेपी ने उन्हें अंबेडकरनगर से टिकट दिया है। बीते दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें लंच पर भी आमंत्रित किया था।

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