Barabanki News :  रक्तदान शिविर का डीएम और एसपी ने फीता काटकर किया शुभारंभ, रक्तदान करना जन कल्याण का काम

UPT | ब्लड बैंक में रक्तदान करते लोग

Jun 14, 2024 23:35

जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने सीएमओ की उपस्थिति में फीता काटकर शुभारंभ किया। रक्तदान शिविर में कई लोगों ने...

Short Highlights
  • हर साल जिला अस्पताल में 3500 से 4000 यूनिट होता है रक्त दान
  • बाराबंकी में प्रतिदिन 10 से 15 यूनिट रक्तदान हो रहा है
Barabanki News (आलोक श्रीवास्तव) : विश्व रक्त रक्तदाता दिवस का बाराबंकी में आयोजन किया गया। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने सीएमओ की उपस्थिति में फीता काटकर शुभारंभ किया। रक्तदान शिविर में कई लोगों ने शैक्षिक प्रदान किया। इस दौरान लोगों को संदेश दिया गया कि रक्तदान करना जन कल्याण का काम है। हमारे रक्तदान से किसी का अमूल जीवन बच सकता है। 

डीएम ने किया डायलिसिस वार्ड का निरीक्षण
रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर स्वैच्छिक रक्तदान के लिए लोगों को समय-समय पर रक्तदान के लिए जागरूक करने की अपील की गई। इस अवसर पर डीएम और सपा ने विगत वर्षों में सर्वाधिक रक्तदान करने वाले संस्थाओं व्यक्तियों को प्रशांत पत्र देकर सम्मानित किया। डीएम ने डायलिसिस वार्ड का निरीक्षण किया।

प्रतिदिन 10 से 15 यूनिट रक्तदान
बता दें, स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शहर के जिला अस्पताल स्थित पैथालॉजी विंग के ब्लड बैंक में रक्तदान को लेकर सभी सुविधाएं मुहैया हो रही हैं। यहां पर प्रतिदिन 10 से 15 यूनिट रक्तदान हो रहा है। इस हिसाब से देखे तो हर साल 35 सौ से चार हजार यूनिट तक रक्तदान होता है।

90 प्रतिशत महिला अस्पताल के काम आता है रक्त
खून की आवश्यकता सबसे अधिक प्रसव के दौरान प्रसूता को होती है। ऐसे में ब्लड बैँक से 90 प्रतिशत ब्लड महिला अस्पताल में भर्ती प्रसूता के इलाज के लिए भेजा जाता है लेकिन कोशिश यही रहती है कि ब्लड बैंक में सूखा न पड़े। इसके लिए रक्त लेेने वाले मरीज के किसी एक परिजन से उसकी स्वेच्छा के आधार पर डोनेट भी कराया जाता है। ताकि यह रक्त किसी दूसरे जरूरत मंद के काम आ सके। ब्लड बैंक केे परामर्शदाता पंकज वर्मा बताते हैं कि डिलीवरी के दौरान प्रसूता को रक्त की अधिक जरूरत पड़ती है। ऐसी दशा में ब्लड बैंक में ग्रुप के आधार संबंधित को रक्त उपलब्ध कराया जाता है। करीब 90 प्रतिशत ब्लड महिला अस्पताल को भेजा जाता है।

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