बाराबंकी पुलिस पर सवाल : रेप पीड़िता को किया परेशान और रेपिस्ट को पेश की कुर्सी, चौकी इंचार्ज सस्पेंड

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Sep 02, 2024 10:17

बाराबंकी में बीतें 25 अगस्त को किशोरी के अपहरण और दुष्कर्म के एक मामले में पुलिसकर्मियों की संवेदनहीनता की तस्वीर सामने आई है। पीड़िता के मामा के अनुसार आरोपी...

Barabanki News : बाराबंकी में बीतें 25 अगस्त को किशोरी के अपहरण और दुष्कर्म के एक मामले में पुलिसकर्मियों की संवेदनहीनता की तस्वीर सामने आई है। पीड़िता के मामा के अनुसार आरोपी ने किशोरी को 25 अगस्त को त्रिलोकपुर चौकी में 10 घंटे तक बिठाए रखा, जबकि आरोपी और उसके छह साथियों ने वहां अश्लील बातें कीं। पुलिस की शह पर आरोपी ने पीड़िता के मामा को ऑनलाइन 50 हजार रुपये भेजे, जिससे मामला सुलझाने की कोशिश की गई।


पुलिस की लापरवाही और आरोपी की गिरफ्तारी
आरोप है कि पुलिस ने पीड़िता को 30-31 अगस्त को मसौली थाने में जबरन रोके रखा। जिसके बाद रविवार दोपहर एसपी दिनेश कुमार सिंह ने मसौली के एसएचओ अरुण प्रताप सिंह को लाइन हाजिर कर दिया और चौकी इंचार्ज मनोज कुमार को सस्पेंड कर दिया। उन्होंने बताया कि आरोपी अंकित को गिरफ्तार कर लिया गया है और एएसपी को मामले की जांच सौंप दी गई है।

जानिए क्या था मामला
मसौली क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने एसपी से शिकायत की कि सितंबर 2018 में उनके बहनोई की हत्या के दूसरे दिन बहन ने आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने अपनी 16 वर्षीय भांजी की देखरेख की जिम्मेदारी ली थी। 22 अगस्त को जब भांजी खेत पर जा रही थी, तो गांव के अंकित वर्मा ने उसे कार में खींच लिया और शहर के एक होटल में बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। 23 अगस्त को किशोरी की हालत खराब होने पर उसे इलाज के बहाने लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद ले जाया गया। 25 अगस्त को अंकित किशोरी को गांव के बाहर छोड़कर भाग गया। इसी दिन पीड़िता मामा के साथ चौकी पहुंची। जहां आरोपी को भी बुलाया गया। चौकी में पुलिस की संवेदनहीनता को देखकर मामा ने 27 अगस्त को एसपी से शिकायत की। जिसके बाद 30 अगस्त को अंकित के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ।

जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से की शिकायत
31 अगस्त को दुष्कर्म पीड़िता के मामा ने जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से मुख्यमंत्री से शिकायत की। शिकायत में बताया गया कि पुलिस ने एसपी के आदेश को नजरअंदाज करते हुए मनमाने ढंग से मुकदमा दर्ज किया और नाबालिग पीड़िता को बिना किसी परिजन की मौजूदगी के 30 अगस्त से जबरन थाने में रोके रखा। इसके अलावा पुलिस चौकी में आरोपी के छह दोस्तों द्वारा अभद्रता करने और सुलहनामे पर जबरन हस्ताक्षर करवाने की भी शिकायत की गई। शिकायत में यह भी उल्लेखित है कि चौकी में आरोपी को बेदाग बताया गया और मामले को सुलझाने की कोशिश की गई।

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