बलिया में बाढ़ प्रभावित गांवों में पहुंचे डीएम : शुक्रवार तक एनएच- 31 की मरम्मत के दिए निर्देश, नाव से किया निरीक्षण

UPT | जिलाधिकारी ने किया बाढ़ प्रभावित गांव का दौरा, देखी सच्चाई।

Sep 19, 2024 21:14

जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार और पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने गुरुवार को तहसील बैरिया अंतर्गत चांद दियर पुलिस चौकी के पास टूटे एनएच-31 और नांव द्वारा बाढ़ से प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने एनएच- 31 के अधिकारी से वार्ता कर निर्देश दिया कि मिर्जापुर जनपद से कम से कम आठ ट्रक बोल्डर शाम तक गिरवाकर किसी भी हाल में शुक्रवार की शाम तक सड़क का मरम्मत कर आवागमन चालू कराने का निर्देश दिया।

Ballia News : जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार और पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने गुरुवार को तहसील बैरिया में चांद दियर पुलिस चौकी के निकट बाढ़ से प्रभावित गांवों और टूटे एनएच-31 का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान, जिलाधिकारी ने एनएच-31 के संबंधित अधिकारियों से बातचीत करते हुए कहा कि मिर्जापुर जनपद से कम से कम आठ ट्रक बोल्डर शाम तक भेजे जाएं। उन्होंने निर्देश दिया कि किसी भी कीमत पर शुक्रवार की शाम तक सड़क की मरम्मत कर आवागमन को दोबारा चालू किया जाए। यह कदम बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र के लिए आवश्यक राहत प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।

एसडीएम ने दिए ये निर्देश
एसडीएम सुनील कुमार को निर्देश दिया गया कि सड़क का निर्माण पूरा होने के बाद गांवों में घुसे पानी को निकालने के लिए कई पंपिंग सेट लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि यदि दो मीटर पानी भी निकाला जा सके, तो इससे काफी राहत मिलेगी। जिलाधिकारी ने बताया कि रात 1:30 बजे बाढ़ के पानी से सड़क कटने के बाद सभी प्रशासनिक अधिकारियों, एनडीआरएफ और पुलिस फोर्स को तुरंत मौके पर भेजा गया था। यह कदम राहत और बचाव कार्य को तेजी से संचालित करने के लिए आवश्यक था।



'क्षमता के अनुसार नावों में बैठाएं लोग'
बाढ़ से प्रभावित गांव को बचाने के लिए चार नावें और एनडीआरएफ के माध्यम से गांव के लोगों को सुरक्षित निकालने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने निर्देश दिया कि नावों की क्षमता के अनुसार लोगों को बैठाया जाए और नाव में बैठने वाले सभी व्यक्तियों की सूची अवश्य बनाई जाए। साथ ही, यह सुनिश्चित किया गया कि नाव में पुलिस फोर्स भी मौजूद रहे, ताकि सुरक्षा और प्रबंधन सही तरीके से किया जा सके।

डीएम ने नाव से किया निरीक्षण
जिलाधिकारी ने नाव के माध्यम से बाढ़ से प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि यहां बाढ़ का पानी चार से पांच मीटर तक भरा हुआ है और गंगा नदी खतरा बिंदु से दो मीटर ऊपर बह रही है। लगभग 1000 से 1200 लोग इस क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित हैं। जिलाधिकारी ने एडीएम को निर्देश दिया कि राहत शिविरों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए और खाने-पीने की उचित व्यवस्था की जाए। इस निरीक्षण में एसडीएम बैरिया सुनील कुमार, एडीएम देवेंद्र प्रताप सिंह और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

एनएच-31 कटा तो यूपी और बिहार का संपर्क टूटा
राष्ट्रीय राजमार्ग-31 को सुरक्षित रखने के लिए बाढ़ खंड विभाग ने मझौंवा और रामगढ़ क्षेत्रों में कई उपाय किए हैं। लाखों रुपये के बोल्डर गिराए गए और कटान रोकने के लिए अन्य कार्य किए गए, लेकिन बाढ़ और कटान का प्रभाव कभी थमा नहीं। हर साल बलिया क्षेत्र में तबाही होती रही है और कई गांवों का अस्तित्व समाप्त हो गया है। विभाग को यह अंदाजा नहीं था कि घाघरा नदी इस मार्ग को तोड़ सकती है। अब इस सड़क के टूटने से यूपी और बिहार का संपर्क भी बाधित हो गया है।

बिहार से आने वाले लोगों की हुई फजीहत
छपरा (बिहार) से बैरिया, हल्दी और बलिया की ओर लौट रहे ग्रामीणों को उस समय परेशानी का सामना करना पड़ा जब उन्हें पता चला कि चांद दियर में राष्ट्रीय राजमार्ग ध्वस्त हो चुका है। वे किसी तरह घटना स्थल तक पहुंचे, लेकिन वहां से उन्हें एनडीआरएफ की मदद से नदी पार कर बैरिया की ओर पहुंचाया गया।

खाली हाथ पहुंचे जनप्रतिनिधि
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे विधायक जयप्रकाश अंचल और सांसद सनातन पांडेय के पुत्र रामेश्वर पांडेय को बाढ़ पीड़ितों के बीच खाली हाथ देखा गया। यह चर्चा होती रही कि कम से कम विधायक को बाढ़ पीड़ितों के लिए पानी, बिस्किट या अन्य आवश्यक सामान लेकर जाना चाहिए था, लेकिन वे इस मौके पर चूक गए। वहीं, पूर्व सांसद भरत सिंह की बेटी विजय लक्ष्मी ने भोजन और पानी के पाउच लेकर बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचने की कोशिश की, लेकिन यह सहायता भी पर्याप्त नहीं थी।

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