बिजली कनेक्शन के लिए रिश्वत लेते पकड़ा गया जेई : किसान से मांगे 30 हजार, एंटी करप्शन टीम ने हिरासत में लिया

UPT | आरोपी जेई आबिद हुसैन

Oct 17, 2024 00:19

यूपी के बरेली में रिश्वतखोरी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार को भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन टीम) ने विद्युत विभाग के अवर अभियंता को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए नदोसी विद्युत उपकेंद्र से रंगे हाथ पकड़ा...

Bareilly News : यूपी के बरेली में रिश्वतखोरी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार को भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन टीम) ने विद्युत विभाग के अवर अभियंता को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए नदोसी विद्युत उपकेंद्र से रंगे हाथ पकड़ा। यह राशि एक किसान से सिंचाई ट्यूबवेल के कनेक्शन के नाम पर ली गई थी। एंटी करप्शन टीम ने आरोपी को हिरासत में लिया और इसके बाद एफआईआर दर्ज कर उसे जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू की। इससे पहले, एंटी करप्शन टीम ने दो दर्जन से अधिक सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है, जिनमें कई बिजली विभाग के कर्मचारी भी शामिल थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मच गया है।

यह भी पढ़ें- UP Assembly By Eection : मिल्कीपुर को लेकर अपनी याचिका वापस लेने हाईकोर्ट पहुंचे गोरखनाथ बाबा, अखिलेश यादव ने किया तंज

बिजनौर जनपद निवासी है जेई
बिजली विभाग के 33/11 केवी उपकेंद्र पर तैनात जेई आबिद हुसैन, जो यूपी के बिजनौर जनपद के कीरतपुर थाना क्षेत्र के वार्ड 16 के मोहल्ला पीली कोठी के निवासी हैं, को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। उन पर एक किसान से बिजली कनेक्शन के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप है। एंटी करप्शन टीम ने उन्हें उनके कार्यालय में ही रंगे हाथ पकड़ा।



एक महीने बाद भी नहीं मिला बिजली कनेक्शन
बरेली देहात के फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र के बलिया गांव के किसान सुनील कुमार ने अपने पिता नत्थूलाल के नाम पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में 9 सितंबर को ऑनलाइन सिंचाई ट्यूबवेल के कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। कनेक्शन के लिए उन्होंने कृषि भूमि का खसरा संख्या 472 ग्राम बलिया में दिया था, जिसके चलते उन्हें ऑनलाइन कनेक्शन नंबर और इनवॉइस नंबर भी प्राप्त हुआ। हालांकि, इसके बाद भी कनेक्शन नहीं मिला। आरोप है कि जेई आबिद हुसैन ने कनेक्शन देने के नाम पर 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। एंटी करप्शन टीम ने उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया, जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई।

Also Read