पूर्व सैनिकों की समस्याओं पर डीएम सख्त : कलक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक, शिकायती पत्रों की समीक्षा के बाद दिए निर्देश

UPT | जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर

Aug 29, 2024 19:09

संतकबीरनगर के जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला सैनिक बंधु की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पूर्व सैनिकों की समस्याओं का समाधान किया गया...

Sant Kabir Nagar News : संतकबीरनगर के जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला सैनिक बंधु की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पूर्व सैनिकों की समस्याओं का समाधान किया गया। डीएम ने निर्देशित किया कि भूतपूर्व सैनिकों और वीर नारियों के पेंशन या भूमि संबंधी किसी भी समस्या का समाधान सुनिश्चित किया जाए और इस बारे में सूचित किया जाए।

डीएम ने की शिकायती पत्रों की समीक्षा
भूतपूर्व सैनिकों से प्राप्त शिकायती पत्रों की समीक्षा के बाद, डीएम ने संबंधित विभागों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान, विभिन्न भूतपूर्व सैनिकों की व्यक्तिगत समस्याओं के समाधान के लिए निर्देश जारी किए गए। डीएम ने भूतपूर्व सैनिक यदुनन्दन मिश्र के चकबंदी विभाग से संबंधित प्रकरण का संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारी को खेतों को नियमानुसार संकलित करने के निर्देश दिए।



डीएम ने दिए ये निर्देश
डीएम ने अधिशासी अभियंता विद्युत को निर्देशित किया कि भूतपूर्व सैनिकों के किसी भी प्रकरण को लंबित न रखा जाए। इस बैठक में सीओ अजीत चौहान, उपायुक्त उद्योग राजकुमार शर्मा, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल बीके शुक्ला, और अधिशासी अभियंता विद्युत पीके गुप्ता सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

कौन हैं महेंद्र सिंह तंवर
महेंद्र सिंह तंवर 2015 बैच के IAS अधिकारी हैं और हरियाणा के रोहतक जिले के निवासी हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही पूरी की, इसके बाद B-Tech की डिग्री हासिल की। B-Tech के बाद, उन्होंने नोएडा में निजी क्षेत्र में दो वर्षों तक काम किया। इसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़कर दिल्ली में सिविल सर्विस की तैयारी शुरू की। इसी दौरान 2012 में उन्हें मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस में नौकरी मिल गई और साथ ही उन्होंने UPSC की तैयारी भी जारी रखी।

कोरोना काल में  हजारों लोगों की बचाई थी जान
तेज-तर्रार युवा आईएएस अधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने गाजियाबाद और गोरखपुर में अपने प्रभावशाली कार्यों से व्यापक प्रशंसा प्राप्त की। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान, जब गाजियाबाद में ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई थी, तंवर द्वारा पेश किया गया ऑक्सीजन ऑडिट फार्मूला संकट के समाधान में महत्वपूर्ण साबित हुआ। उनके रियल-टाइम ऑक्सीजन ऑडिट ने न केवल गाजियाबाद बल्कि पूरे प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की और हजारों लोगों की जान बचाई। इस उपाय से संकट के प्रबंधन में काफी सहायता मिली।

Also Read