जमीन पर बैठकर शिकायतें सुनने लगीं डीएम : जानिए कौन हैं 2010 बैच की आईएएस नेहा शर्मा, जिनकी तस्वीर हो रही वायरल

UPT | जानिए कौन हैं 2010 बैच की आईएएस नेहा शर्मा

Jun 25, 2024 18:28

मंगलवार को गोंडा से आई एक तस्वीर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई। इस तस्वीर के केंद्र बिंदु में थीं- गोंडा की डीएम नेहा शर्मा। नेहा शर्मा ग्राम चौपाल के आयोजन में शामिल होने के लिए गोंडा के एक गांव में पहुंची थीं। यहां वह अधिकारियों के साथ जमीन पर ही बैठ गईं।

Short Highlights
  • 2010 की हैं आईएएस अधिकारी
  • दिल्ली विश्वविद्यालय से की है पढ़ाई
  • कानपुर हिंसा के बाद गिरी थी गाज
Gonda News : मंगलवार को गोंडा से आई एक तस्वीर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई। इस तस्वीर के केंद्र बिंदु में थीं- गोंडा की डीएम नेहा शर्मा। नेहा शर्मा ग्राम चौपाल के आयोजन में शामिल होने के लिए गोंडा के एक गांव में पहुंची थीं। यहां वह अधिकारियों के साथ जमीन पर ही बैठ गईं और ग्रामीणों की समस्या सुनने लगीं। आईएएस के इस कदम की लोगों ने खूब तारीफ की। आज हम आपको आईएएस नेहा शर्मा के बारे में ही बताने जा रहे हैं।

2010 की हैं आईएएस अधिकारी
नेहा शर्मा 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें इसी महीने गोंडा का डीएम बनाया गया था। वह अभी तक लखनऊ में स्थानीय निकाय की डायरेक्टर के पद पर तैनात थीं। उनके पहले आईएएस डॉ. उज्ज्वल कुमार गोंडा के डीएम थे, लेकिन शासन ने उनका तबादला कर दिया और जिम्मेदारी नेहा शर्मा को मिल गई। नेहा शर्मा का जन्म 13 फरवरी 1984 को हुआ था। वह मूल रूप से छत्तीसगढ़ की रहने वाली है। उनके पिता और माता दोनों पेशे से डॉक्टर हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय से की है पढ़ाई
आईएएस नेहा शर्मा ने अपनी पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से पूरी की है। उन्होंने दिल्ली के मिरांडा हाउस से भूगोल में बीए ऑनर्स किया है। इसके बाद उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स से ही भूगोल में एमए भी किया। आईएएस नेहा शर्मा पर्यावरण को लेकर काफी सजग और संवेदनशील हैं। उनका पेड़ों के प्रति लगाव जगजाहिर है। गोंडा में आयोजित चौपाल में भी उन्होंने ग्रामीणों को पौधारोपण के लिए जागरुक किया।

हिंसा के बाद गिरी थी गाज
नेहा शर्मा ने 2010 में यूपीएससी की परीक्षा में 66वीं रैंक हासिल की थी। उनकी पहली पोस्टिंग बागपत में बतौर एसडीएम हुई थई। इसके बाद वह कानपुर की जिलाधिकारी भी नियुक्त हुईं। लेकिन कानपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद उनका उन्हें हटाकर उन्नाव जिले में सीडीओ और फिर नोएडा में अपर कार्यपालक अधिकारी बना दिया गया। इसके बाद वह लखनऊ में स्थानीय निकाय की निदेशक बनी रहीं। लेकिन अब शासन ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताकर गोंडा का डीएम बनाया है। नेहा शर्मा का कानपुर में जिलाधिकारी के रूप में कार्यकाल सिर्फ 130 दिन का रहा।

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