बिजली निगम का एक्शन : गोरखपुर में अधीक्षण अभियंता से दुर्व्यवहार पड़ा भारी, तीन कर्मचारियों की सेवा हुई शून्य 

Uttar Pradesh Times | गोरखपुर

Dec 27, 2023 18:38

गोरखपुर में बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता (एसई) से दुर्व्यवहार करना तीन तकनीकी कर्मचारियों को भारी पड़ गया।

Short Highlights

- तीनों टीजीटू कर्मचारी वर्ष 2013 से है कार्यरत
- पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष ने तीनों कर्मचारियों की सेवा को शून्य मानते हुए वर्तमान समय से नियुक्ति का दिया निर्देश
 

Gorakhpur News (अमित श्रीवास्तव) : गोरखपुर में बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता (एसई) से दुर्व्यवहार करना तीन तकनीकी कर्मचारियों को भारी पड़ गया। निगम ने जांच के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी अब तक की सेवा को शून्य घोषित कर दिया है और वर्तमान समय से उनकी नियुक्ति का निर्देश जारी किया है। 

1 सितंबर को हुई घटना
पिछले साल 1 सितंबर 2022 को हुई इस घटना की जांच के बाद कमेटी की सिफारिश पर तीन टीजीटू कर्मचारियों अरुण कुमार गुप्ता, दयानंद और अशोक कुशवाहा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। हालांकि अब इन तीनों कर्मचारियों के पास बोर्ड में अपील का विकल्प बचा है।

तबादले के लिए बनाया था दबाव
पिछले साल 1 सितंबर 2022 को मजदूर पंचायत संगठन व अधीक्षण अभियंता के बीच तकनीकी कर्मचारियों के स्थानांतरण को लेकर बैठक में विवाद हो गया था। संगठन तकनीकी कर्मचारियों के तबादले को लेकर दबाव बना रहा था। अधीक्षण अभियंता ने जब इसके लिए मुख्यमंत्री का अनुमोदन जरूरी होने की बात कही तो कर्मचारी नेता उनके कक्ष के बाहर नारेबाजी करने लगे और हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच बात इतनी बढ़ गई की हाथापाई की नौबत आ गई। इस पूरी घटनाक्रम का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन अध्यक्ष ने पूरे मामले की जांच कराई। जांच के बाद उन्होंने तीनों कर्मचारियों पर कड़ा एक्शन लिया। उन्होंने उनकी सेवा शून्य करते हुए मूल वेतन पर पदवनति देने के निर्देश दिए हैं। 
   मुख्य अभियंता इंजीनियर आशु कालिया ने बताया कि इस घटना की जांच के लिए कमेटी गठित की गई थी। रिपोर्ट आने के बाद पावर कारपोरेशन के चेयरमैन ने तीन तकनीकी कर्मचारियों की सेवा शून्य घोषित कर दी है। उन्हें इससे अवगत कराया जा रहा है।

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